महिला सरपंच की करतूत.. तीन साल की बेटी को जंगल में छोड़ आई , भूख-प्यास से तड़पकर तोड़ा दम

Update: 2024-05-11 13:01 GMT

बिलासपुर । छत्तीसगढ़ में एक निर्दयी मां की शर्मनाक करतूत सामने आई। उसने अपनी ही तीन साल की बच्ची को मरने के लिए जंगल में छोड़ आई है। आखिरकार 4 दिन बाद ऐसा ही हुआ। दरअसल भूख प्यास से तड़पकर तीन साल की बच्ची की मौत हो गई। दिलदहला देने वाली यह वारदात मुंगेली जिले का है।

पुलिस का कहना है कि घरेलू विवाद के बाद नाराज होकर महिला दो बच्चों को साथ लेकर निकली थी। वह शाम को वापस लौटी तो उसके साथ एक ही बच्चा था। काफी खोजबीन करने पर 4 दिन बाद बच्ची की लाश बरामद की गई।

लोरमी थाना क्षेत्र के खुड़िया चौकी में स्थित वन ग्राम पटपरहा का यह मामला है। महिला सरपंच संगीता पंद्राम का अपने पति शिवराम पंद्राम से किसी बात को लेकर विवाद हो गया। इसके बाद महिला अपने दोनों बच्चों को लेकर मायके जाने के लिए पैदल ही निकल गई। महिला का मायका तकरीबन 25 किलोमीटर दूर मध्यप्रदेश के डिंडोरी जिले के गोपालपुर में है। ये इलाका मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ की सीमा से लगा हुआ है। दोनों बच्चों में 3 साल की बेटी अनुष्का और एक साल का बेटा महिला के साथ था।

पुलिस ने बताया कि गांव से लगभग 5 किलोमीटर दूर मैलू पहाड़ी, जो टाइगर रिजर्व एरिया में है, वहां ऊपर तीन साल की बेटी अनुष्का को छोड़कर लौट आई। यह बात महिला सरपंच ने अपने ससुराल में पड़ोसियों को बता दी कि वह अपनी बेटी को जंगल में ही छोड़कर वापस आ गई है। महिला की हरकत से गांव में खलबली मच गई। तुरंत बच्ची को खोजने गांववाले निकले।

इधर बच्ची को जंगल में छोड़ने के बारे में पता चलते ही पिता ने खुड़िया चौकी पहुंचकर इसकी सूचना दी। इसके बाद पुलिस की एक टीम ने बच्ची की तलाशी की। एसडीओपी माधुरी धिरही ने बताया कि 24 घंटे में जब बच्ची नहीं मिली तो पुलिस ने गुम इसांन कायम कर कई टीम बनाकर खोजबीन शुरू की। इस दौरान 9 मई की रात को बच्ची लाश की पहाड़ी के ऊपर मिली, पुलिस ने मर्ग कायम कर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

बच्ची की संदिग्ध मौत से कई सवाल भी खड़े कर दिऐ हैं। ऐसे में आशंका जताई ज रही है कि कही मां ने तो नहीं बच्ची का गला घोंट दिया था, या फिर बच्ची ने जंगल में भूख-प्यास की वजह से दम तोड़ दिया। फिलहाल पोस्ट मार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की पता चलेगा।

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