किसान परिवार ने कार के अंतिम संस्कार के लिए करवाया भव्य आयोजन, फूल-माला से सजाकर दी 'समाधि'
गुजरात के अमरेली जिले से एक अनोखा मामला सामने आया है, जहां एक किसान परिवार ने गुरुवार को अपनी लकी कार को सम्मानपूर्वक 'समाधि' दी। कार के लिए परिवार में भावना इतनी गहरी थी कि उन्होंने उसे हमेशा यादों में संजोए रखने के लिए एक भव्य आयोजन किया। इस दौरान परिवार ने पूजा-पाठ किया। फिर फूलों से सजी कार को उनके खेत में 'समाधि' स्थल तक जुलूस के रूप में निकाला गया।
18 साल पहले खरीदी थी कार
लाठी तालुका के पदरशिंगा गांव के किसान संजय पोलरा ने यह कार 2006 में खरीदी थी और उसके बाद से यह कार उनके परिवार के लिए लकी रही। संजय का कहना है कि इस कार ने न केवल परिवार की आर्थिक स्थिति को बेहतर किया, बल्कि समाज में भी उनका मान-सम्मान बढ़ाया। परिवार को लगा कि यह कार उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लेकर आई हैं। इसलिए उन्होंने इसे एक खास सम्मान देने का फैसला किया। परिवार ने पहले अपने देवी-देवताओं की पूजा की और फिर फूलों से सजी हुई कार को एक जुलूस के रूप में उनके खेत में स्थित समाधि स्थल तक ले जाया गया। यह अनोखा नजारा काफी भावुक कर देने वाला था।
de1500 लोगों को परोसा गया भोजन
आयोजन में स्थानीय संतों और धर्मगुरुओं की मौजूदगी में गांव के करीब 1,500 लोगों को स्वादिष्ट भोजन परोसा गया, जिसमें पूरी, चपाती, सब्जी और लड्डू शामिल थे। इस अनोखे आयोजन के लिए पोलरा के परिवार ने 2,000 लोगों को एक विशेष निमंत्रण पत्र भेजा था। पत्र में लिखा था, यह कार हमारे परिवार की सदस्य बन चुकी है और हमारे लिए बहुत सौभाग्यशाली रही। हम इसे हमेशा अपनी यादों में रखना चाहते हैं, इसलिए हम इसे सम्मानपूर्वक समाधि दे रहे हैं।
हर साल समाधि पर फूल चढ़ाऊंगा: संजय पोलरा
संजय पोलरा ने कहा, मैंने यह कार 2006 में खरीदी थी और तबसे यह हमारे लिए लकी साबित हुई। हमने सोचा कि इसे एक खास तरीके से सम्मान देना चाहिए। इसलिए समाधि देने का निर्णय लिया। पोलरा ने यह भी तय किया है कि वह हर साल सात नवंबर को इस समाधि स्थल पर फूल चढ़ाएंगे और इसके आस-पास वृक्षारोपण करेंगे। गांव के एक निवासी विपुल सोजितरा ने कहा, जब मैंने यह सुना कि कार को समाधि दी जा रही है, तो मुझे थोड़ी हैरानी हुई। लेकिन अब मैं समझता हूं कि यह परिवार अपनी लकी कार के लिए कुछ विशेष करना चाहता था।