भारत-पाक सीमा पर ऊर्जा परियोजना को मंजूरी, विपक्ष बोला- राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता कर रही सरकार

By :  vijay
Update: 2025-03-13 16:10 GMT

लोकसभा में कांग्रेस और द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (द्रमुक) के सांसदों ने बुधवार को भारत-पाकिस्तान सीमा के पास एक नवीकरणीय उर्जा परियोजना को मंजूरी दिए जाने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने सरकार से 'संतोषजनक' जवाब न मिलने पर सदन से वॉकआउट किया।

प्रश्नकाल के दौरान सांसद मनीष तिवारी ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा और उर्जा सुरक्षा को साथ-साथ देखा जाना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि यह नवीकरणीय उर्जा परियोजना अंतरराष्ट्रीय सीमा से महज एक किलोमीटर की दूरी पर होगी, जबकि सुरक्षा प्रोटोकॉल के अनुसार किसी भी बड़े बुनियादी ढांचे की परियोजना को सीमा से कम से कम किलोमीटर दूर होना चाहिए। तिवारी ने पूछा कि क्या इस परियोजना के लिए किसी प्रकार की छूट दी गई है।

वहीं, सरकार ने स्पष्ट किया कि किसी भी प्रस्ताव को मंजूरी देने से पहले केंद्र, राज्य और संबंधित एजेंसियों से मंजूरी ली जाती है। नवीकरणीय उर्जा मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि सरकार देश में नवीकरणीय उर्जा उत्पादन को बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि सभी जरूरी मंजूरी लेने के बाद ही लाइसेंस जारी किए जाते हैं और परियोजना को मंजूरी दी जाती है।

उर्जा सुरक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा में संतुलन होना चाहिए: मनीष तिवारी

लेकिन कांग्रेस सांसद सरकार के जवाब से संतुष्ट नहीं हुए और राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर नारेबाजी करने लगे। इसके बाद वे सदन के बीच में पहुंच गए। फिर उन्होंने और द्रमुक सांसदों ने संसद से वॉकआउट किया। बाद में संसद के बाहर पत्रकारों से बातचीत में तिवारी ने कहा, उर्जा सुरक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा में संतुलन होना चाहिए। खावड़ा में एक बड़ी नवीकरणीय उर्जा परियोजना आ रही है, जो पाकिस्तान की सीमा से महज एक किलोमीटर दूर है। राष्ट्रीय सुरक्षा मानकों के तहत सीमा से दस किलोमीटर के भीतर कोई भी परियोजना नहीं आ सकती। हमने सवाल पूछा, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला, इसलिए हम संसद से बाहर आ गए।

गौरव गोगोई ने पूछा- क्या अदाणी समूह से ऊपर है राष्ट्रीय सुरक्षा?

लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई ने कहा कि कांग्रेस यह जानना चाहती है कि क्या अदाणी समूह राष्ट्रीय सुरक्षा से ऊपर है, क्योंकि सेना की चिंताओं को नजरअंदाज करते हुए इस समूह को लाभ पहुंचाने के लिए सीमा सुरक्षा नियमों छूट दी गई है। गोगोई ने कहा, सरकार ने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। जो पार्टी राष्ट्रीय सुरक्षा के नाम पर वोट मांगती है, उसने अपने करीबी मित्र अदाणी के लाभ के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा की अनदेखी की है। हम इसकी निंदा करते हैं और सरकार से संतोषजनक जवाब की मांग करते हैं। 

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