राहुल के आरोपों पर आयोग का अधिकारियों को निर्देश; 'वोट चोरी' जैसे बयान को करें नजरअंदाज
नई दिल्ली |कांग्रेस नेता राहुल गांधी के 'वोट चोरी' वाले बयान पर चुनाव आयोग (ईसी) ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। आयोग ने सभी चुनाव अधिकारियों से कहा है कि वे ऐसे 'गैर-जिम्मेदाराना और निराधार' बयानों पर ध्यान न दें और पूरी निष्पक्षता और पारदर्शिता के साथ अपना काम करते रहें। चुनाव आयोग ने कहा कि इस तरह के आरोप आजकल रोजाना लगाए जाते हैं और इनका कोई ठोस आधार नहीं होता। ऐसे में अधिकारियों को चाहिए कि वे इन बयानों से प्रभावित हुए बिना, ईमानदारी से चुनाव प्रक्रिया को अंजाम दें।
'पारदर्शी-भरोसेमंद चुनाव के लिए उठाए जा रहे जरूरी कदम'
चुनाव आयोग ने यह भी कहा कि चुनाव प्रक्रिया को पारदर्शी और भरोसेमंद बनाए रखने के लिए वह लगातार निगरानी कर रहा है और जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। बता दें कि हाल ही में राहुल गांधी ने कहा था कि भारत में वोट की चोरी हो रही है और चुनाव प्रक्रिया पर लोगों का भरोसा कम हुआ है। इसी के जवाब में चुनाव आयोग ने यह बयान जारी किया है।
चुनाव आयोग का राहुल गांधी को जवाब -
चुनाव आयोग उन्हें 12 जून 2025 को एक मेल भेजता है। वह नहीं आते।
चुनाव आयोग उन्हें 12 जून 2025 को एक पत्र भेजता है, लेकिन वह जवाब नहीं देते।
उन्होंने कभी भी किसी भी मुद्दे पर चुनाव आयोग को कोई पत्र नहीं भेजा।
यह बहुत अजीब है कि वह बेतुके आरोप लगा रहे हैं और अब चुनाव आयोग और उसके कर्मचारियों को धमकाना भी शुरू कर दिया है। निंदनीय!
चुनाव आयोग ऐसे सभी गैर-जिम्मेदाराना बयानों को नजरअंदाज करता है और अपने सभी कर्मचारियों से निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से काम करते रहने का अनुरोध करता है।
