अजब - गजब: इस सप्तरंगी दुनिया में सात नाम के रोंढा - रोंडा गांव

Update: 2025-04-05 17:20 GMT
इस सप्तरंगी दुनिया में सात नाम के रोंढा - रोंडा गांव
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बैतूल से रामकिशोर पंवार

बैतूल। बैतूल जिले के एक साहित्यकार, लेखक एवं पत्रकार रामकिशोर दयाराम पंवार रोंढावाला की पुस्तक अजब - गांव की गजब दास्तां में एक जानकारी यह भी पढ़ने को मिली कि पूरी दुनिया में सात सागर हैं, सात रंग हैं और न जाने क्या-क्या सात ही है....! सात रंगों से बनी इस सप्तरंगी दुनिया के बारे में पुस्तक अजब गांव की गजब दास्तां के लेखक रामकिशोर दयाराम पंवार रोंढावाला लिखते हैं कि पुस्तक लिखते समय जब मैंने गूगल गुरू से कहा कि "गुरूजी, ज़रा यह तो पता कीजिए कि मेरी जननी से बड़ी जन्मभूमि रोंढा के बारे में गूगल पर क्या जानकारी है", तो जैसे ही गूगल सर्च इंजन ने रोंढा को लेकर अपनी जानकारी का पिटारा खोला, मैंने अपना सिर पीट लिया। क्योंकि पूरी दुनिया में मेरा गांव का ही नाम रोंढा नहीं है, बल्कि देश-विदेश-प्रदेश में एक-दो नहीं, पूरे सात रोंढा सामने आ गए। अक्सर कहा जाता है कि दुनिया में सात प्रकार के रंग होते हैं, सात प्रकार के लोग होते हैं, लेकिन एक ही नाम के सात गांवों का मिलना बेहद चौंकाने वाली बात है।

गूगल की मदद से मैं भारत देश के छह रोंढा - रोंडा गांवों को डाकघर पिन कोड के साथ पाठकों की जानकारी में ला रहा हूं। हमारे देश में जहां एक ओर पश्चिम बंगाल में एक है, वहीं दूसरी ओर मध्यप्रदेश में दो गांवों का नाम रोंढा है।



 

1. रोंढा (बैतूल, मध्यप्रदेश)

पहला गांव रोंढा, भारत के मध्यप्रदेश राज्य के बैतूल जिले में बैतूल तहसील का एक प्राचीन गांव है। यह नर्मदापुरम संभाग के अंतर्गत आता है। यह जिला मुख्यालय बैतूल से 8 किलोमीटर दक्षिण की ओर स्थित है। बैतूल से 7 किलोमीटर दूर, मध्यप्रदेश राज्य की राजधानी भोपाल से 191 किलोमीटर दूर स्थित है।

रोंढा का पिन कोड 460001 है और डाक मुख्यालय बैतूल है। इस गांव से खड़ला 02 किलोमीटर, भरकावड़ी 04 किलोमीटर, महादगांव 04 किलोमीटर, बडोरा 05 किलोमीटर, बाजपुर 06 किलोमीटर पर बसे पड़ोसी गांव हैं।

रोंढा दक्षिण की ओर आठनेर तहसील, पश्चिम की ओर चिचोली तहसील, दक्षिण की ओर भैंसदेही तहसील और उत्तर की ओर घोड़ाडोंगरी तहसील से घिरा हुआ है। रोंढा की 2011 में जनगणना जनसंख्या 1811 है और घरों की संख्या 434 है। महिला जनसंख्या 48.3 प्रतिशत है। गांव की साक्षरता दर 76.6 प्रतिशत है और महिला साक्षरता दर 33.3 प्रतिशत है।

2. रोंढा (पटेरा, दमोह, मध्यप्रदेश)

रोंढा नाम का दूसरा गांव दमोह जिले के विकासखण्ड पटेरा के डाकघर भाटिया के अधीन आता है। इस गांव का डाक पिन कोड नंबर 470775 है। इस गांव का कुल क्षेत्रफल 716.1 हेक्टेयर है। दमोह जिले का यह गांव पटेरा तहसील मुख्यालय से 28 किलोमीटर तथा हटा शहर से इसकी दूरी 10 किलोमीटर है।

3. रोंढा (मुरादाबाद, उत्तरप्रदेश)

सबसे अधिक उत्तरप्रदेश में एक-दो नहीं बल्कि तीन रोंढा नामक ग्राम पंचायत एवं गांव हैं।

मुरादाबाद जिले के मुंडा पांडेय विकासखण्ड की ग्राम पंचायत रोंढा है। यह गांव कुंदरकी विधानसभा क्षेत्र में आता है और यहां से विधायक मोहम्मद रिजवानी हैं। इस गांव का संसदीय क्षेत्र सांसद डॉ. शफीकुर रहमान बरक है। इस गांव का पिन कोड 244411 है।

4. रोंढा (बुलंदशहर, उत्तरप्रदेश)

रोंढा नाम का इस राज्य में दूसरा गांव भारत के उत्तरप्रदेश में बुलंदशहर जिले की अनूपशहर तहसील में स्थित है। यह उप-जिला मुख्यालय अनूपशहर से 19 किलोमीटर और जिला मुख्यालय बुलंदशहर से 21 किलोमीटर दूर स्थित है।

2009 के आंकड़ों के अनुसार, रोंढा गांव भी एक ग्राम पंचायत है। इस गांव का पिन कोड नंबर 203150 है।

5. रोंढा (ललितपुर, उत्तरप्रदेश)

तीसरा गांव - ललितपुर जिले की ललितपुर तहसील का एक गांव है। गांव की जनसंख्या 3810 है। इस गांव में कुल घरों की संख्या 662 है।

चौथा गांव - रोंढा नामक इस बस्ती का पिन कोड 284403 तथा गांव की जनगणना का कोड 461823 है, जो भारत के मध्यप्रदेश में दमोह की पटेरा तहसील में स्थित है।

6. रोंढा (वर्धमान, पश्चिम बंगाल)

छठवां गांव पश्चिम बंगाल के वर्धमान जिले की कटवा तहसील का एक गांव है, जिसका नाम रोंढा है। इस गांव का पिन कोड 713514 है।

7. रोंडा (स्पेन)

सातवां रोंढा दूर परदेश में बसा हुआ था। रोंडा पहले गांव था, लेकिन अब दुनिया भर में अपने समुद्री किनारों के लिए जाना-पहचाना जाता है।

रोंडा, मैलागा (स्पेन देश) के प्रांत में स्थित है, जो मार्बेला से एक घंटे की ड्राइव या मैलागा हवाई अड्डे से 1 घंटे और 30 मिनट की दूरी पर है।

सेरानिया डे रोंडा के केंद्र में स्थित, एक पहाड़ी क्षेत्र जो अपने आश्चर्यजनक परिदृश्यों और गहरी घाटियों के लिए जाना जाता है। रोंडा अपने नाटकीय स्थान के लिए प्रसिद्ध है, क्योंकि यह "एल ताजो" नामक एक गहरी घाटी के ऊपर स्थित है, जो शहर को दो भागों में विभाजित करती है।

"पुएंते नुएवो", घाटी पर बना एक शानदार पुल, रोंडा के सबसे प्रतिष्ठित स्थलों में से एक है और आसपास के ग्रामीण इलाकों के लुभावने दृश्य प्रस्तुत करता है।

रोंडा के आगंतुक इसके ऐतिहासिक क्वार्टर का पता लगा सकते हैं, जो संकरी गलियों, सफेदी वाली इमारतों और आकर्षक चौकों से भरा हुआ है।

रोंडा बाहरी गतिविधियों और प्राकृतिक सुंदरता का प्रवेश द्वार भी है।

आस-पास का क्षेत्र लंबी पैदल यात्रा, चट्टान पर चढ़ने और छिपे हुए रत्न "क्यूवा डेल गाटो" सहित सुरम्य ग्रामीण इलाकों की खोज के अवसर प्रदान करता है।

रोंडा एक आकर्षक शहर है जो इतिहास, प्राकृतिक सुंदरता और स्पेनिश आकर्षण को जोड़ता है, जो इसे स्थानीय और अंतर्राष्ट्रीय दोनों आगंतुकों के लिए एक लोकप्रिय गंतव्य बनाता है।

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