अमेरिका दौरे पर जाएंगे पीएम मोदी; क्वाड सम्मेलन में हिस्सा लेंगे, यूएन को भी करेंगे संबोधित
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 21 से 23 सितंबर तक अमेरिका की यात्रा पर रहेंगे। पीएम मोदी की आगामी अमेरिका यात्रा पर भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि पीएम मोदी कई विदेशी साझेदारों से बातचीत करेंगे। वे अमेरिका में बड़ी संख्या में भारतीय प्रवासियों से बातचीत करेंगे। इस दौरान कई व्यापारिक और उद्योग जगत के नेताओं से भी मुलाकात होगी। प्रधानमंत्री का पहला पड़ाव डेलावेयर में विलमिंगटन होगा, जो राष्ट्रपति बाइडन का गृहनगर है। यहीं पर 6वां क्वाड शिखर सम्मेलन भी आयोजित किया जाएगा। विलमिंगटन से प्रधानमंत्री संयुक्त राष्ट्र में सम्मेलन में भाग लेने के लिए न्यूयॉर्क जाएंगे। यहां वे 'समिट आफ द फ्यूचर' को संबोधित करेंगे। वे 22 तारीख को भारतीय प्रवासियों से बातचीत करेंगे। भारत 2025 में अगले क्वाड नेताओं के शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा।
विदेश सचिव ने बताया, 'जहां तक क्वाड का सवाल है तो यह राष्ट्रपति बाइडन और जापान के प्रधानमंत्री किशिदा के लिए एक तरह का विदाई समारोह भी होगा। इसलिए क्वाड कार्यक्रम के जरिए प्रधानमंत्री को क्वाड साझेदारी को गति और महत्व देने में उनके नेतृत्व के लिए दोनों नेताओं को धन्यवाद देने का अवसर मिलेगा। प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति बाइडन के बीच एक ठोस जुड़ाव का अवसर होगा, जहां उन्हें भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी की समीक्षा करने का अवसर मिलेगा। हमें जापान और ऑस्ट्रेलिया के नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें करने की भी उम्मीद है।'
खालिस्तान मुद्दे पर चर्चा को लेकर विदेश सचिव ने दी प्रतिक्रिया
पीएम मोदी के अमेरिका दौरे के दौरान खालिस्तान मुद्दे पर चर्चा होगी या नहीं, इस पर विदेश सचिव से सवाल किया गया। उन्होंने कहा, "जैसा कि हमने पहले भी कहा है कि भारत और अमेरिका के बीच जो भी आपसी मुद्दे हैं, हम उस पर चर्चा करेंगे। कोई खास मुद्दा उठाया जाएगा या नहीं इस पर मैं अभी कुछ नहीं कह सकता। मैं इतना कह सकती हूं कि हम सभी मुद्दों पर चर्चा करेंगे।"
खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने 'हत्या' के प्रयास को लेकर अमेरिका में भारतीय सरकार के खिलाफ मुकदमा दायर किया है, विदेश सचिव से इस पर सवाल किया गया। उन्होंने कहा, "जैसा कि हमने पहले कहा है, ये पूरी तरह से अनुचित और निराधार आरोप हैं। अब जब मामला दर्ज किया गया है तो इससे हमारे विचार नहीं बदलेंगे। मैं यह भी कहना चाहूंगा कि वह जिस संगठन का प्रतिनिधित्व करता है वह एक गैरकानूनी संगठन है।"
उन्होंने आगे कहा, "प्रधानमंत्री ने हाल ही में रूस और यूक्रेन का दौरा किया था। वहां उन्होंने राष्ट्रपति बाइडन और राष्ट्रपति पुतिन से बात की। जब हमारे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार भी रूस गए तो उन्होंने भी राष्ट्रपति पुतिन से बात की। मैं यह कहना चाहता हूं कि इन नेताओं के साथ बातचीत जारी है। जहां तक शांति प्रस्ताव का सवाल है, हमें यह देखना होगा कि कितनी सहमति बनती है। क्या हम उस स्तर तक पहुंचने में सक्षम हैं या नहीं।"
ट्रंप से मुलाकात पर क्या कहा?
प्रधानमंत्री मोदी के अमेरिका दौरे के दौरान डोनाल्ड ट्रंप के साथ मुलाकात की संभावना पर विदेश सचिव ने बताया कि प्रधानमंत्री की बहुत सारी बैठकें हम तय करने की कोशिश कर रहे हैं। अभी मैं किसी विशेष बैठक के बारे में नहीं बता पाऊंगा। हम सभी दृष्टिकोण से देख रहे हैं कि हमारे पास कितना समय है और किस-किस से मुलाकात हो सकती है।
जेलेंस्की से मुलाकात पर कही यह बात
जब विदेश सचिव विक्रम मिस्री से पूछा गया कि क्या प्रधानमंत्री मोदी अपनी अमेरिकी यात्रा के दौरान यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की से मिलेंगे और क्या किसी पक्ष ने बैठक के लिए अपील की है? तो उन्होंने कहा कि जहां तक इन द्विपक्षीय बैठकों का सवाल है, मुझे इस समय किसी अनुरोध की जानकारी नहीं है। जैसा कि मैंने कहा कि हम अभी भी द्विपक्षीय बैठकों के सटीक एजेंडे को अंतिम रूप दे रहे हैं।