दिल्ली दौरे पर राहुल गांधी से मुलाकात न होने पर सिद्धारमैया ने दी सफाई, भाजपा के आरोपों को किया खारिज

कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने शुक्रवार को भाजपा नेता अमित मालवीय के उस आरोप को खारिज किया है जिसमें कहा गया था कि राहुल गांधी ने उन्हें मिलने से इनकार कर उनका अपमान किया। मालवीय के इन आरोपों पर सिद्धारमैया ने साफ कहा कि उनका दिल्ली दौरा सिर्फ मैसूरु के दशहरा एयर शो के संबंध में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मिलने के लिए था। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर सिद्धारमैया ने लिखा कि दिल्ली में मेरे दौरे का मुख्य उद्देश्य रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मिलकर मैसूरु दशहरा एयर शो पर चर्चा करना था।
सीएम सिद्धारमैया ने कहा कि राहुल गांधी को कर्नाटक के लोगों से बेहद स्नेह है। वह हमेशा याद करते हैं कि कैसे श्रीमती इंदिरा गांधी और श्रीमती सोनिया गांधी कर्नाटक से चुनी गई थीं और कैसे इस राज्य ने हर मुश्किल घड़ी में कांग्रेस का साथ दिया है। उन्होंने आगे लिखा कि गांधी परिवार कर्नाटक के लोगों के प्यार और समर्थन के लिए हमेशा ऋणी रहेगा और एआईसीसी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे खुद एक गौरवशाली कन्नड़िगा हैं।
भाजपा पर साधा निशाना
राहुल गांधी से मुलाकात ना होने को लेकर अपनी सफाई देते हुए सीएम सिद्धारमैया ने भाजपा पर जमकर निशाना भी साधा। उन्होंने कहा कि जब राहुल गांधी कर्नाटक में बदलाव और विकास लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, तब भाजपा ने कन्नड़िगों को उनके हक का केंद्रीय फंड तक नहीं दिया। यहां तक कि जब कर्नाटक में बाढ़ आई, तब प्रधानमंत्री पीएम नरेंद्र मोदी ने एक शब्द भी नहीं कहा।
सीएम पद को लेकर भी बोले सिद्धारमैया
सिद्धारमैया ने यह भी आरोप लगाया कि कर्नाटक से भाजपा सांसदों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने खड़े होने की हिम्मत नहीं है। उन्होंने कहा कि मोदी जी के लिए कर्नाटक केवल चुनावों के समय याद आता है, जबकि कांग्रेस के लिए कर्नाटक की भलाई एक रोज का संकल्प है। इसके साथ ही सिद्धारमैया ने यह भी साफ किया कि कांग्रेस हाईकमान के साथ मुख्यमंत्री बदलने को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि कितनी बार बताऊं? इस विषय पर कोई चर्चा नहीं हुई।
क्या बोले थे अमित मालवीय?
गौरतलब है कि भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने इससे पहले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दावा किया था कि राहुल गांधी को सिद्धारमैया से मिलने का समय नहीं मिला और वह बिना मुलाकात किए लौट आए। उन्होंने लिखा कि यह पहली बार नहीं है जब गांधी परिवार ने कर्नाटक के किसी वरिष्ठ नेता का अपमान किया हो। इतिहास गवाह है कि कैसे राजीव गांधी ने बीमार वीरेंद्र पाटिल को पद से हटा दिया था। उन्होंने आगे कहा कि डीके शिवकुमार मुख्यमंत्री पद की प्रतीक्षा में हैं और सिद्धारमैया मजबूरी में उनके पीछे छिप रहे हैं।