वस्त्र निर्यात की मजबूती से ही विकसित और आत्मनिर्भर भारत का लक्ष्य संभव : उपराष्ट्रपति
नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति सी पी राधाकृष्णन ने कहा है कि वस्त्र और परिधान निर्यात की मजबूती आर्थिक विकास के लिए बेहद जरूरी है और यही विकसित एवं आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को हासिल करने की कुंजी है। उन्होंने परिधान क्षेत्र में आधुनिकीकरण, मूल्यवर्धन और बाजार की जरूरतों के अनुरूप उत्पादों में विविधता लाने पर विशेष जोर दिया।
उपराष्ट्रपति शनिवार को नई दिल्ली में परिधान निर्यात संवर्धन परिषद के वार्षिक समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने वस्त्र निर्यात क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले निर्यातकों को सम्मानित किया और उन्हें बधाई दी।
श्री राधाकृष्णन ने कहा कि वैश्विक स्तर पर मौजूद चुनौतियों के बावजूद भारतीय परिधान निर्यातकों ने जिस तरह लचीलापन दिखाया है और अपनी विशिष्ट पहचान बनाए रखते हुए निर्यात को आगे बढ़ाया है, वह सराहनीय है। उन्होंने कहा कि बदलते वैश्विक बाजार के अनुसार तकनीक, गुणवत्ता और डिजाइन पर निरंतर ध्यान देना समय की मांग है।
उन्होंने विश्वास जताया कि यदि परिधान उद्योग नवाचार और मूल्य संवर्धन पर फोकस बनाए रखता है, तो आने वाले वर्षों में भारत वस्त्र निर्यात के क्षेत्र में और मजबूत स्थिति हासिल करेगा।