बढ़ते पॉल्यूशन से हार्ट के मरीजों को भी खतरा, हो रही हैं ये परेशानियां, ऐसे रखें ख्याल
दिल्ली, एनसीआर समेत कई राज्यों में प्रदूषण खतरनाक लेवल पर पहुंच गया है. कई शहरों में AQI 300 के खतरनाक स्तर को पार कर गया है. इस जहरीली हवा में रहने का मतलब है अपनी सेहत को भारी नुकसान पहुंचाना. ये जहरीली हवा जहां हमारे लंग्स को बीमार बना रही है वही इससे हमारे दिल की सेहत को भी बड़ा नुकसान हो रहा है. इस समय जहां सांस से संबंधी बीमारियां बढ़ रही है वही इससे हार्ट के मरीज भी बहुत प्रभावित हो रहे हैं.
वर्ल्ड हेल्थ फेडरेशन द्वारा किए गए एक शोध से पता चला है कि वायु प्रदूषण के कारण होने वाली हार्ट संबंधी बीमारियों से होने वाली मौतों की संख्या पिछले दशक काफी ज्यादा बढ़ी है साथ ही इसके भविष्य में और भी ज्यादा बढ़ने की संभावना है. जिसके कारण सिर्फ वायु प्रदूषण की वजह से हर साल लगभग 1.9 मिलियन लोग हृदय रोग और लगभग 10 लाख लोग स्ट्रोक से मर रहे हैं. वही पिछले दशक में वायु प्रदूषण की वजह से होने वाली हार्ट संबंधी बीमारियों से होने वाली मौतों में 27 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली है.
हार्ट पेशेंट्स को हो रही है परेशानी
सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर वरूण बंसल बताते हैं कि वायु प्रदूषण में मौजूद सूक्ष्म अदृश्य कण हृदय की धड़कन, रक्त के थक्के, धमनियों में प्लाक के निर्माण और रक्तचाप को प्रभावित कर रहे हैं, साथ ही सांस संबंधी बीमारियों और शरीर की अन्य स्थितियों पर भी प्रतिकूल प्रभाव डाल रहे हैं. जिसकी वजह से जहां बढ़ते पॉल्यूशन से एक तो खांसी की समस्या सबसे ज्यादा होती है, वही इसके साथ लोगों को रेड फीवर की शिकायत हो सकती है. इसके अलावा प्रदूषण में रहने का मतलब है दिनभर स्मोकिंग करना, हालांकि इसमें निकोटीन नहीं होता लेकिन अन्य कई हार्मफुल केमिकल्स होते हैं, जिसकी वजह से लंग्स के साथ साथ पूरे शरीर पर असर पड़ता है. ऐसे समय में जिन्हें ब्लड प्रेशर की शिकायत है उन्हें ब्लड प्रेशर बढ़ने के चांसेज होते हैं, जिन्हें सांस की तकलीफ है, उसके बढ़ने के चांसेज ज्यादा होते हैं. जिनको अंडरलाइन हार्ट की प्रॉब्लम हैं उनको भी तकलीफें बढ़ सकती हैं.
कैसे करें बचाव
– सुबह- शाम जब ज्यादा पॉल्यूशन होता हो तब सैर करने से बचें. अगर एक्सरसाइज करनी भी है तो क्लॉज एनवॉयरमेंट में ही रहें, जिम के अंदर रहकर ही एक्सरसाइज करें.
– सैर के लिए निकलना है तो ट्रैफिक बढ़ने से पहले अर्ली मॉर्निंग या लेट इवनिंग में ही निकलें.
– बाहर निकलने के बजाए घर पर रहकर ही योगा, मेडिटेशन और एक्सरसाइज करें.
– फिजिकली एक्टिव रहें.
– त्योहारों के समय अपने खान-पान का विशेष ध्यान रखें, ज्यादा वसायुक्त, चिकनाई वाला खाना, हाई कैलोरी फूड न खाएं.
– खाने में हरी पत्तेदार सब्जियां, सलाद, स्प्राउट्स, बीन्स, दालें, पनीर, दूध, अंडों का सेवन करें.
– ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं.
– बाहर निकलते समय मॉस्क जरूर पहनें.