सर्वाइकल कैंसर से बचने के लिए अपनाएं ये टिप्स, फिर करें बेबी प्लान

By :  vijay
Update: 2025-01-14 20:40 GMT

महिलाएं अक्सर शादी के कुछ सालों बाद बेबी प्लान करने के बारे में सोचने लगती हैं. सोचना भी लाजिमी है. क्योंकि एक उम्र के बाद बच्चे पैदा करने में कठिनाई आने लगती है. ऐसे में समय रहते बेबी प्लान कर लेते हैं तो ज्यादा अच्छा माना जाता है, लेकिन बेबी प्लान से पहले महिला को सर्वाइकल कैंसर के बारे में कुछ बातें जान लेना चाहिए. हाल के वर्षों में गर्भावस्था के दौरान सर्वाइकल कैंसर की घटनाएं तेजी से बढ़ी है. उम्र बढ़ने के साथ सर्वाइकल कैंसर होने की संभावना ज्यादा हो जाती है.

अमेरिकन कैंसर सोसायटी के अनुसार, गर्भाशय ग्रीवा (सर्वाइकल) कैंसर 35-50 वर्ष की आयु वाली महिलाओं में होने की आशंका रहती है. इस बारे एक्सपर्ट्स का कहना है कि महिलाएं अगर बच्चा पैदा करना चाहती है तो उन्हें सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम और निदान के बारे में जान लेना चाहिए.

सर्वाइकल कैंसर क्या है?

सर्वाइकल कैंसर गर्भाशय ग्रीवा की कोशिकाओं में होता है. गर्भाशय ग्रीवा कैंसर अपराधी मानव पेपिलोमावायरस (एचपीवी) संक्रमण से फैलता है, जो एक व्यापक यौन संचारित रोग है. गर्भाशय ग्रीवा कैंसर का समय रहते पता लग जाने पर इसे रोकना और उसका इलाज करना आसान होता है. गर्भावस्था की योजना बना रही महिलाओं के लिए अपने स्वास्थ्य की सुरक्षा और गर्भाशय ग्रीवा कैंसर के जोखिम को कम करने के लिए महत्वपूर्ण सुझाव साझा दिए गए हैं. आमतौर पर आज महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर की समस्या बढ़ती जाती है. इसे रोकने के लिए महिलाओं को जागरूक होना चाहिए.

नियमित जांच और समय पर पता लगाना

महिलाओं को पैप स्मीयर और एचपीवी परीक्षण के लिए नियमित जांच कराना चाहिए. 21 साल की उम्र से नियमित पैप स्मीयर और 30 साल के बाद एचपीवी जांच कराना जरूरी होता है. इससे पता चलता है कि महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर का तो कोई खतरा नहीं है.ये जांच गर्भाशय ग्रीवा में असामान्य कोशिकाओं और एचपीवी संक्रमण का पता लगाकर कैंसर के बढ़ने से रोक जा सकता है.

एचपीवी टीकाकरण

एचपीवी वैक्सीन के जरिए अधिकांश गर्भाशय ग्रीवा कैंसर को रोका जा सकता है. समान्यत 9-45 साल की महिलाएं जिनमें संक्रमण का कोई खतरा नहीं है. उन्हें एचपीवी की वैक्सीन लेना चाहिए. इससे गंभीर बीमारी से बचा जा सकता है. गर्भावस्था की योजना बनाते समय डॉक्टर से परामर्श ले कि आप टीका ले सकती हैं या नहीं. अगर डॉक्टर आपको टीका लगाने की सलाह देता है तो आप लगवा सकती हैं.

एचपीवी संक्रमण से बचाव यौन संक्रमण से बचने के लिए पार्टनर या पति को कंडोम का इस्तेमाल करना चाहिए. अमूमन एचपीवी यौन संपर्क के माध्यम से फैलता है. इसे रोकने के लिए कंडोम का उपयोग करना चाहिए और एक से अधिक पार्टनर के साथ संबंध नहीं बनाना चाहिए. इससे आप एचपीवी संक्रमण से बच सकते हैं.

स्वस्थ जीवनशैली

महिलाओं को स्वस्थ जीवनशैली अपनाना चाहिए. जो महिलाएं ध्रूमपान करती हैं उनमें सर्वाइकल कैंसर होने की संभावना अधिक रहती है. ऐसे में सिगरेट या किसी तरह के वेसन से बचना चाहिए.

संतुलित आहार और व्यायाम

महिलाओं को संतुलित आहार लेना चाहिए. जैसे फलों, सब्जियों और साबुत अनाज का इस्तेमाल करना चाहिए. साथ ही नियमित व्यायाम करना चाहिए. इससे महिलाओं में किसी तरह का खतरा नहीं होता है.

तनाव

तनाव भी कई बीमारियों को न्योता देता है. ऐसे में महिलाओं को स्ट्रेट फ्री लाइफ जीना चाहिए.

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