एक हादसे में महिला ने गंवा दिए थे दोनों हाथ, डॉक्टरों ने ट्रांसप्लांट कर दी नई जिंदगी
एम्स ऋषिकेश की पीएचडी स्कॉलर महिला को करीब 13 साल बाद एक तरीके से नया जीवन मिलाहै. 2013 में 38 वर्षीय ट्विंकल डोगरा बिजली हादसे का शिकार हो गई. लंबे समय तक मेरठ और दिल्ली में इलाज के बाद उनके दोनों हाथ काटने पड़े. तब से वह कृत्रिम हाथ के सहारे अपना काम कर रही थी, लेकिन वह नैचुरल हाथ लगावाना चाहती थी, लेकिन कोई डोनर नहीं मिल नहीं रहा था. जिस डॉक्टर से संपर्क में थी उनके यहां एक दिन एक रिटायर्ड सैन्य अधिकारी ने अपनी दिवंगत पत्नी के दोनों हाथ डोनेट करने को कहा. डॉ मोहित शर्मा ने यह बात ट्विंकल डोगरा और उनके पति करन डोगरा को बताई. करन और ट्विंकल डॉक्टर और रिटायर्ड सैन्य अधिकारी से मिले और कानूनी दस्तावेज पूरी करने के सैन्य अधिकारी की 76 वर्षीय दिवंगत पत्नी के दोनों हाथ ट्विंकल डोगरा को लगा दिए गए.
आज ट्विंकल अपने हाथों को देखकर बहुत प्रसन्न है. मुस्कुराते हुए ट्विंकल कहती है कि 12 साल बाद अब मैं अपने हाथों से हर काम करूंगी. हालांकि, हाथ गंवाने की उस घटना को याद कर ट्विंकल के चेहरे पर मायूसी छा जाती है. ट्विंकल कहती है कि “जब यह घटना हुई, तब मेरा बच्चा केवल 10 महीने का था और एक मां के रूप में मैंने अपने बच्चे का पालन-पोषण और देखभाल नहीं कर पायी, लेकिन अब मैं अपने बच्चे को इन हाथों से खाना खिलाऊंगी. उसे गले लगाऊंगी और वह सबकुछ करूंगी जो एक मां अपने बेटे के लिए करती हैं.
कॉस्मेटिक हाथ से पूरी की पीएचडी की डिग्री
यूजीसी नेट क्वालिफाई करने वाली ट्विंकल ने कॉस्मेटिक हाथ के जरिए अपना शैक्षणिक कार्य जारी रखा. उसने ऋषिकेश एम्स से पीएचडी की डिग्री पूरी की. फरीदाबाद के प्लास्टिक सर्जन डॉ मोहित शर्मा के नेतृत्व में ट्विंकल का अंग प्रतारोपण (ट्रांसप्लांट) किया गया. ट्विंकल के पति, करण डोगरा प्राइवेट कंपनी में जॉब करते हैं. वह बताते हैं कि हमारी शादी के दो साल बाद 6 जनवरी, 2012 को कपड़े फैलाने के दौरान वो हाई-टेंशन तार के चपेट में आ गई. जिसके बाद वह अपाहिज हो गई थी.
डोनर का शुक्रिया
शुरुआत में हमने मेरठ के एक डॉक्टर से सलाह ली. फिर हमने सफदरजंग अस्पताल में इलाज करवाना शुरू किया, 20 दिनों के अस्पताल में भर्ती रहने के बाद उसके दोनों हाथ काटने पड़े. फिर हमलोगों ने हाथ प्रत्यारोपण के लिए डोनेटर को तलाश करने लगा. भगवान की कृपा से डोनर मिल गए. ट्विंकल के पति, करण डोगरा रिटायर्ड सैन्य अधिकारी का धन्यवाद देते हैं जिनके कारण उनकी पत्नी के हाथों का ट्रांसप्लांट हुआ.