बीपी और शुगर के मरीज कैसे रखें किडनी का ख्याल? जाने एक्सपर्ट

Update: 2025-06-21 18:50 GMT

बदलते लाइफस्टाइल की वजह से अक्सर लोगों में ब्लड प्रेशर और डायबिटीज की समस्या देखने को मिलती है. ऐसे लोग अगर अपने खान-पान का ध्यान न रखें या दवाएं समय पर न लें, तो इससे उनकी किडनी भी प्रभावित हो सकती हैं. लिहाजा ये दोनों ही बीमारियां किडनी की समस्या का एक बड़ा कारण बन सकती हैं. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अगर दोनों ही समस्याओं को कंट्रोल में रखा जाए और कुछ जरूरी उपाय अपनाए जाएं, तो किडनी की काफी लंबे समय तक स्वस्थ रखा जा सकता है.


डायबिटीज और बीपी से किडनी को कैसे होता है नुकसान?

लेडी हर्डिंगें हॉस्पिटल में मेडिसिन विभाग में प्रोफेसर डॉ एलएस घोटकर कहते हैं कि डायबिटीज में खून में शुगर का स्तर लगातार ज्यादा रहता है, जिससे किडनी को नुकसान पहुंच सकता है, इससे पेशाब में प्रोटीन जाने लगता है, इसे किडनी की समस्या के शुरुआती संकेत माना जा सकता है. इसके अलावा हाई ब्लड प्रेशर में किडनी में खून लाने और ले जाने वाली नलियों में काफी ज्यादा दबाव रहता है, जिससे उनकी काम करने की क्षमता धीरे-धीरे कम हो जाती है. लंबे समय तक हाई बीपी रहने पर किडनी फेल्योर का खतरा बढ़ जाता है.

कैसे रखें किडनी का ख्याल?

ब्लड शुगर और बीपी पर रखें कंट्रोल

डायबिटीज के मरीजों को शुगर नियंत्रण में रखने के लिए नियमित रूप से डॉक्टर से मिलना चाहिए साथ ही शुगर को कंट्रोल में रखने का प्रयास करना चाहिए. इसके अलावा हाई बीपी के मरीजों को भी ब्लड प्रेशर तय सीमा में रखने से संबंधित उपाय करने चाहिए. इसके लिए दवाएं, खान-पान और लाइफस्टाइल में जरूरी बदलाव भी करना पड़ सकता है.

नियमित जांच

डायबिटीज और हाई बीपी के मरीजों को नियमित रूप से डॉक्टर से मिलना चाहिए साथ ही डॉक्टर की सलाह पर जरूरी टेस्ट भी नियमित रूप से करवाने चाहिए. इसके साथ ही पेशाब में झाग आना, सूजन, थकान, भूख कम लगने जैसे शुरुाती संकेतों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.

संतुलित आहार

डायबिटीज और हाई बीपी के मरीजों को तली-भुनी और ज्यादा मसालेदार चीजों से परहेज करना चाहिए. उनकी जगह पर कम नमक, कम तेल वाली और कम शक्कर वाला भोजन खाना चाहिए. मरीजों को प्रोसेस्ड फूड, पैकेट वाले स्नैक्स, अचार, पापड़ और सॉफ्ट ड्रिंक से भी बचना चाहिए. इनके अलावा भोजन में फल, हरी सब्जियां, साबुत अनाज, दालें, और वसा को शामिल करना चाहिए.

नियमित व्यायाम

रोजाना करीब 30 मिनट तक तेज चलना, योग या कसरत जरूर करनी चाहिए. मोटापे से किडनी पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, लिहाजा मोटापे से बचने के लिए संतुलित आहार और व्यायाम काफी फायदेमंद हो सकता है.

धूम्रपान और शराब से बचें

धूम्रपान और शराब किडनी में मौजूद खून की नलियों को नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे किडनी फेल्योर का खतरा काफी बढ़ जाता है, लिहाजा डायबिटीज और हाई बीपी के मरीजों को इनका सेवन तुरंत बंद कर देना चाहिए.

पर्याप्त पानी पिएं

हाई बीपी और डायबिटीज के मरीजों को पर्याप्त रूप से पानी पीना चाहिए, लेकिन अगर किडनी में समस्या के संकेत मिल रहे हों, तो तुरंत ही डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और उनकी सलाह के मुताबिक दवाएं और पानी की मात्रा तय करनी चाहिए.

तनाव कम करें और नींद पूरी लें

डायबिटीज और हाई बीपी के मरीजों के लिए तनाव और नींद की कमी बेहद नुकसानदायक है, ऐसे में योग, ध्यान और प्राणायाम से फायदा हो सकता है.

डॉक्टर की सलाह से दवाएं लें

हाई बीपी और डायबिटीज के मरीजों को नियमित रूप से डॉक्टर से जांच कराते रहना चाहिए, साथ ही उनकी सलाह से ही दवाएं और डायट तय करना चाहिए.

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