हाई ब्लड प्रेशर के मरीज हो जाएं सावधान! समझें कैसे बन सकता है ये हार्ट फेलियर की वजह
हाई ब्लड प्रेशर, जिसे भी कहा जाता है, एक ऐसी स्थिति है जिसमें ब्लड आपकी धमनियों में सामान्य से ज्यादा दबाव से बहता है। आमतौर पर, हाई ब्लड प्रेशर के कोई खास लक्षण नजर नहीं आते, लेकिन अगर इसे कंट्रोल नहीं किया गया, तो कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, जिसमें स्ट्रोक, हार्ट अटैक और हार्ट फेलियर भी शामिल हैं। इस आर्टिकल में हम इसी बारे में जानने की कोशिश करेंगे कि किस तरह हाई ब्लड प्रेशर हार्ट फेलियर की वजह बन सकता है।
हाई ब्लड प्रेशर क्या है?
सबसे पहले ये समझें कि हाई ब्लड प्रेशर होता क्या है। ये समस्या तब होती है, जब दिल को आपके शरीर के सभी अंगों तक ब्लड पंप करने के लिए ज्यादा प्रेशर लगाना पड़ता है। यह आपकी आर्टरीज की दीवारों पर दबाव डालता है, जिससे वो सख्त और संकरी हो सकती है। इससे ब्लड प्रेशर कम हो जाता है और आपके दिल को ज्यादा ब्लड पंप करते समय ज्यादा जोर लगाना पड़ता है। हाई ब्लड प्रेशर में आपका बीपी 140/90 mmHg या इससे ज्यादा हो जाता है।
हाई ब्लड प्रेशर के रिस्क फैक्टर्स
उम्र
वजन ज्यादा होना
स्मोकिंग
हाई कोलेस्ट्रॉल
जेनेटिक्स
तनाव
अनहेल्दी डाइट
फिजिकल एक्टिविटी कम होना
हार्ट फेलियर क्या है?
अब जानते हैं कि हार्ट फेलियर क्या होता है। ये एक ऐसी स्थिति है, जिसमें आपका हार्ट अपने शरीर की जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त ब्लड पंप करने में सक्षम नहीं होता। ये तब होता है जब आपका हार्ट कमजोर हो जाता है या उसे कोई नुकसान हो जाता है। हार्ट फेलियर के कई कारण हो सकते हैं, लेकिन हाई ब्लड प्रेशर उनमें से एक मुख्य फैक्टर है।
हाई ब्लड प्रेशर कैसे हार्ट फेलियर का कारण बन सकता है?
इस बारे में डॉ. बिमल छाजर हार्ट सेंटर, नई दिल्ली के निदेशक और ने बताया कि हाई ब्लड प्रेशर आपके दिल की मांसपेशियों पर ज्यादा दबाव डालता है, जिससे वे समय के साथ कमजोर हो सकती हैं। कमजोर मांसपेशियां ब्लड को प्रभावी ढंग से पंप करने में सक्षम नहीं होती हैं और शरीर के अन्य अंगों तक सही मात्रा में ब्लड पहुंच नहीं पाता। हाई ब्लड प्रेशर आपके हार्ट के वाल्व पर भी दबाव डालता है, खासकर बाईं ओर के वाल्व पर। इससे वे ठीक से काम नहीं कर पाते हैं। ये बल्ड के फेलो को बाधित कर सकता है और आपके हार्ट पर ज्यादा दबाव डालता है।
डॉ. छाजर ने ये भी बताया कि हाई ब्लड प्रेशर आर्टरीज को सख्त और संकीर्ण कर सकता है, जिससे ब्लड फ्लो कम हो जाता है। इसे कंट्रोल न करने पर हार्ट फेलियर के अलावा और भी कई दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।