ये गलतियां जोड़ों को बना देंगी कमजोर, कम उम्र में ही दर्द से हो जाएंगे परेशान
बढ़ती उम्र के लोगों में अक्सर जोड़ों के दर्द की समस्या देखी जाती है. वहीं मौसम में जब ठंडक ज्यादा होती है तो जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द हो सकता है. इसके अलावा भी जोड़ों में दर्द होने की कई वजह हो सकती हैं जो हड्डियों का कमजोर होना, यूरिक एसिड का बढ़ जाना, गठिया, चोट लग जाना आदि. भले ही पहले के वक्त में जोड़ों में दर्द होने के पीछे बढ़ती उम्र मानी जाती थी क्योंकि गठिया की समस्या एक उम्र के बाद होती थी, लेकिन आजकल कम उम्र में ही जोड़ों में दर्द की समस्या देखने को मिलती है, जिसके पीछे का कारण डेली रूटीन में की जाने वाली कुछ गलतियां हो सकती हैं.
मांसपेशियों में अकड़न रहना, जोड़ों में दर्द या शरीर कि किसी एक हिस्से में दर्द महसूस होना जैसी दिक्कतों पर वक्त रहते ध्यान देने की जरूरत होती है. ये किसी बड़ी समस्या का संकेत भी हो सकते हैं. इसके अलावा अपने रूटीन में सुधार करना चाहिए. जान लें कि किन वजहों से कम उम्र में जोड़ों में दर्द होने की दिक्कत हो सकती है.
पहली वजह है डाइट को लेकर लापरवाह होना
विटामिन डी, कैल्शियम, और मैग्नीशियम ऐसे न्यूट्रिएंट्स हैं जो शरीर में हड्डियों की मजबूती में अहम भूमिका निभाते हैं. अगर आप ऐसे फूड्स का सेवन नहीं करते हैं, जिससे आपको ये पोषक तत्व मिले तो कैल्शियम की कमी की वजह से हड्डियां कमजोर हो सकती हैं और कम उम्र में आपको जोड़ों में दर्द की दिक्कत हो सकती है. इसलिए अपनी डाइट में अंडा, ड्राई फिश, मिल्क व अन्य डेयरी प्रोडक्ट, साबुत अनाज, आदि शामिल करने चाहिए. मांसपेशियों के दर्द से बचने के लिए प्रोटीन युक्त चीजें लेनी चाहिए.
एक ही पोस्चर में घंटों तक बैठे रहना
सिटिंग जॉब करते हैं और एक ही पोस्चर में घंटों बैठे रहते हैं या फिर फोन चलाते वक्त या टीवी देखने के दौरान एक ही पोजीशन में बैठे रहते हैं तो इससे कंधे के जॉइंट, घुटनों, गर्दन और पीठ की मांसपेशियों में दर्द की शिकायत हो सकती है. इसलिए कम से कम हर 40 मिनट पर ब्रेक लेकर हल्की स्ट्रेचिंग करनी चाहिए या फिर टहलना चाहिए और पोस्चर को सीधा रखकर काम करने की कोशिश करें.
बढ़ते वजन पर ध्यान न देना
वजन बढ़ रहा हो तो समय पर ध्यान दे देना चाहिए, नहीं तो फिट होने में काफी मुश्किल होती है. मोटापा डायबिटीज, दिल की बीमारी आदि के जोखिम को बढ़ाता ही है, इसके साथ ही इससे जोड़ों पर भी अतिरिक्त दबाव पड़ता है, जिससे आपको दर्द की समस्या हो सकती है.
व्यायाम न करने की आदत होना
डेली रूटीन में योग, रनिंग, जॉगिंग, साइकलिंग, हल्की स्ट्रेचिंग आदि कोई भी फिजिकल एक्टिविटी जरूर करनी चाहिए, क्योंकि मॉर्डन लाइफस्टाइल में खानपान काफी खराब हो गया है साथ ही ज्यादातर पूरा दिन काफी सुस्त रहता है, जिससे आपकी बॉडी में जरूरत के मुताबिक मूवमेंट नहीं हो पाते हैं और जोड़ों में दर्द, मांसपेशियों में जकड़न की समस्या हो सकती है. व्यायाम न करने की वजह से कई और शारीरिक समस्याएं होने की संभावना भी बढ़ती है.
अनहेल्दी खानपान रखना
कुछ लोग जहां अपनी डाइट बैलेंस नहीं कर पाते हैं तो वहीं साथ में अनहेल्दी भी खाते रहते हैं, जिस वजह से कई बीमारियां पकड़ सकती हैं. जैसे शरीर में यूरिक एसिड का बढ़ जाना और इसके लक्षणों पर ध्यान न देना. जो गठिया में बदल सकता है, जिस वजह से कम उम्र में आप जोड़ों के दर्द से परेशान हो सकते हैं. कुछ लोगों के शरीर में यूरिक एसिड तब भी बढ़ जाता है जब वह अपने शरीर की जरूरत से ज्यादा हाई प्रोटीन डाइट लेते हैं.