गले में संक्रमण व खासी से बचाव करता है अनार की पत्तियों का काढ़ा

By :  vijay
Update: 2024-10-19 18:59 GMT

सर्दी के मौसम में गले में संक्रमण और खांसी की समस्या आम हो जाती है. इसके इलाज के लिए बाजार में कई दवाइयां उपलब्ध हैं, लेकिन प्राकृतिक उपचार अधिक प्रभावी और सुरक्षित माने जाते हैं. ऐसा ही एक उपाय है अनार की पत्तियों से बना काढ़ा, जो गले की खराश, खांसी और संक्रमण से राहत दिलाने में मदद करता है.

अनार की पत्तियां औषधीय गुणों से भरपूर होती हैं, जिनमें एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो संक्रमण से लड़ने और शरीर को मजबूत बनाने में सहायक होते हैं. आइए जानें इसका लाभ और इसे बनाने की विधि.

अनार की पत्तियों का काढ़ा फायदे

1. गले की खराश से राहत: अनार की पत्तियों में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो गले की सूजन और खराश को कम करने में मदद करते हैं.

2. खांसी को कम करता है: यह काढ़ा खांसी और बलगम से राहत दिलाने में प्रभावी है. इसके सेवन से फेफड़ों में जमा बलगम निकलने में मदद मिलती है.

3. इम्यूनिटी को बढ़ाता है: अनार की पत्तियों में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन सी इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं, जिससे संक्रमण से बचाव होता है.


4. एंटीबैक्टीरियल गुण: इसका सेवन शरीर में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया को खत्म करता है, जिससे गले के संक्रमण से बचाव होता है.

अनार की पत्तियों का काढ़ा बनाने की विधि

सामग्री:

अनार की ताजी पत्तियां – 10-12

तुलसी के पत्ते – 5-6 (वैकल्पिक)

अदरक का टुकड़ा – 1 इंच (कद्दूकस किया हुआ)

काली मिर्च – 4-5 दाने

पानी – 2 कप

शहद या गुड़ – स्वादानुसार

  विधि

1. सबसे पहले एक पैन में 2 कप पानी डालें और उसे उबाल लें.

2. अब उसमें अनार की पत्तियां, तुलसी के पत्ते, अदरक, और काली मिर्च डालें.

3. इस मिश्रण को धीमी आंच पर 10-15 मिनट तक उबालें ताकि पत्तियों और मसालों का अर्क पानी में अच्छी तरह से मिल जाए.

4. जब पानी आधा रह जाए, तो गैस बंद कर दें और इसे छान लें.

5. स्वाद के लिए शहद या गुड़ मिला सकते हैं.

6. इसे गुनगुना पीएं, दिन में 2-3 बार सेवन करने से आपको जल्द ही राहत मिलेगी.

Similar News