आज की तेज़-तर्रार जिंदगी में हर कोई जल्दबाजी में काम पूरा करने की आदत डाल चुका है। हालांकि ऐसा लग सकता है कि काम समय पर और सही तरीके से पूरा हो रहा है, पर यह आदत धीरे-धीरे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर भारी असर डाल सकती है।
फास्ट फूड का बढ़ता चलन
घरेलू भोजन छोड़कर लोग फास्ट फूड पर निर्भर होते जा रहे हैं। जल्दी में कुछ भी खा लेने और काम पर निकलने की आदत केवल पेट और पाचन को ही नहीं, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित करती है।
आंत और खुशी का रहस्य
हमारे आंत में छोटी-छोटी कोशिकाएं सेरोटोनिन हार्मोन का उत्पादन करती हैं, जो हमारी संतुष्टि और खुशी से जुड़ा है। अनियमित खानपान और तेल-मसाले, चीनी या नमक की अधिकता इन कोशिकाओं को नष्ट कर सकती है। इसका सीधा असर हमारे मूड और मानसिक संतुलन पर पड़ता है।
तनाव और खानपान का संबंध
अच्छा भोजन न लेने से तनाव जल्दी बढ़ता है। छोटी-छोटी बातों को भी बड़ा महसूस करना, कार्टिसोल हार्मोन का स्तर बढ़ाना और मधुमेह, उच्च रक्तचाप जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ाना इसके परिणाम हैं।
तनाव कम करने के आसान उपाय
व्यायाम: एरोबिक व्यायाम जैसे जॉगिंग, स्वीमिंग आदि से एंडोर्फिन हार्मोन बढ़ता है, जो मन को खुश रखता है।
सही नींद और खानपान: पर्याप्त नींद और संतुलित भोजन से तनाव कम किया जा सकता है।
सांस और शारीरिक खिंचाव: जब तनाव महसूस हो, पीठ सीधी रखें, शरीर के ऊपरी भाग को खींचें और दो मिनट तक सांस छोड़ें। इससे लगभग 60% तक तनाव कम किया जा सकता है।
