
आचार्य चाणक्य को अपने समय से सबसे ज्ञानी व्यक्ति के तौर पर भी जाना जाता था. अपने जीवनकाल के दौरान इन्होंने कई तरह की नीतियों की रचना की जिन्हें बाद में हम सभी चाणक्य नीति के नाम से भी जानने लगे. अपनी नीतियों में चाणक्य ने कई तरह की बातों पर खुलकर चर्चा की है. आचार्य चाणक्य ने अपनी नीतियों में कुछ खास बातों का भी जिक्र किया है. आज हम आपको चाणक्य नीति में बताई गयी कुछ ऐसी बातों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें आपको अपने घर पर जरूर करना चाहिए और ध्यान में भी रखना चाहिए. जब आप इन बातों का ख्याल नहीं रखते हैं तो आपका घर श्मशान घाट बना जाता है और साथ ही इन घरों में रहने वाले लोगों को अपना पूरा जीवन दुख और दरिद्रता के बीच बिताना पड़ता है. तो चलिए इनके बारे में विस्तार से जानते हैं.
आचार्य चाणक्य के अनुसार जिन घरों में कोई भी या फिर किसी भी तरह का शुभ काम नहीं होता है उस घर को श्मशान घाट के समान माना जाता है. माना जाता है कि घरों में रहने वाले लोग मर चुके हैं. इन लोगों में न जीवन और जीने की इच्छा बची हुई है. अगर आप नहीं चाहते हैं कि ऐसा हो तो आपको समय-समय पर अपने घर पर सत्यनारायण की कथा, पूजा और हवन जरूर कराना चाहिए. जब आप ऐसा करते हैं तो आपके घर और जीवन में पॉजिटिव एनर्जी का आगमन होता है.
घर पर पूजा-पाठ न होना
आचार्य चाणक्य के अनुसार आपको अपने घर पर प्रतिदिन पूजा-पाठ करते रहना चाहिए. मान्याओं के अनुसार जिन घरों में ऐसा नहीं किया जाता उन घरों में कभी भी भगवान का वास नहीं होता है. इन घरों में रहने वाले लोगों को अपना पूरा जीवन दरिद्रता में बिताना पड़ता है.
घर पर ब्राह्मणों की इज्जत न करना
आचार्य चाणक्य के अनुसार जिन घरों में पंडितों का या फिर ब्राह्मणों का आदर-सत्कार नहीं किया जाता है या फिर अगर वे कुछ मांगने आते हैं और उन्हें खाली हाथ लौटाया जाता है इन घरों में कभी भी ईश्वर की कृपा नहीं बरसती है. आचार्य चाणक्य के अनुसार अगर आपके घर पर कोई ब्राह्मण आये तो उन्हें दक्षिणा देकर ही विदा करें. जब आप ऐसा करते हैं तो आपके घर पर सुख और समृद्धि का वास होता है.