आपकी खिल्ली उड़ाने वालों को ऐसे दें जवाब, सामने वाला मुंह दिखाने लायक नहीं रहेगा

जिंदगी में कभी न कभी हर ऐसा वक्त आता है, जब आपके आसपास के लोग आपका मजाक उड़ाते हैं. कभी आपकी असफलता को लेकर, तो कभी आपके सपनों पर तंज मारकर. ऐसे समय में ज्यादातर लोग टूट जाते हैं, गुस्से में आकर गलत कदम उठा लेते हैं या फिर खुद पर भरोसा खो देते हैं. लेकिन आचार्य चाणक्य ने ऐसे हालात से निपटने के लिए एक बेहद कारगर उपाय बताया है, जिसे याद रखकर आप न केवल मानसिक रूप से मजबूत रह सकते हैं, बल्कि आलोचकों को अपने काम से जवाब भी दे सकते हैं.
क्यों असरदार है यह उपाय
चाणक्य की मानें तो मजाक उड़ाए जाने पर भावनाओं में बहकर प्रतिक्रिया देने से बचना चाहिए, क्योंकि ऐसा करने से विवाद बढ़ सकता है. लेकिन अगर आप चुपचाप मेहनत करते हैं, तो वही लोग बाद में आपकी तारीफ करने लगते हैं. इससे आपका आत्मविश्वास भी बढ़ता है और आप मानसिक रूप से और भी मजबूत बनते हैं.
ऐसे समय में क्या करें
मजाक उड़ाने वालों को नजरअंदाज करें और ध्यान अपने लक्ष्य पर रखें.
आलोचना को मोटिवेशन की तरह इस्तेमाल करें.
सफलता मिलने तक अपने प्लान को किसी के साथ साझा न करें.
मेहनत और धैर्य से समय का इंतजार करें