राजस्थान में कफ सीरप, मध्य प्रदेश में किडनी संक्रमण से बच्चों की मौत; एनसीडीसी ने लिए नमूने

Update: 2025-10-01 17:14 GMT



जयपुर/नई दिल्ली। राजस्थान और मध्य प्रदेश में बच्चों की मौत के मामलों ने गंभीर चिंता पैदा कर दी है। राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) ने दोनों राज्यों के अस्पतालों और प्रभावित स्थलों से पानी और दवा के नमूने एकत्र किए हैं। नमूनों की जांच के बाद परिणाम राज्य दवा प्राधिकरणों के साथ साझा किए जाएंगे। राज्य स्तर पर भी दवा के नमूनों की जांच जारी है।

राजस्थान का मामला

राजस्थान के सीकर जिले में कफ सीरप (डेक्सट्रोमेथारफन हाइड्रोब्रोमाइड) पीने से एक पांच वर्षीय बच्चे की मौत हुई थी। मृतक के परिजनों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। इस घटना के बाद भरतपुर, जयपुर, सीकर और बांसवाड़ा में भी कई बच्चे बीमार हुए हैं। मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रदेश सरकार ने संबंधित कफ सीरप पर रोक लगा दी है और विभिन्न बैचों के नमूने जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे हैं।

मध्य प्रदेश का मामला

उधर, मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा और बैतूल जिलों में पिछले एक महीने में किडनी संक्रमण से सात बच्चों की मौत हो चुकी है, जबकि छह बच्चे अभी भी उपचाराधीन हैं। पुणे की वायरोलॉजी लैब में की गई जांच में बच्चों की मौत का स्पष्ट कारण सामने नहीं आया, लेकिन सामान्य किडनी संक्रमण की पुष्टि हुई है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह संक्रमण या तो हेवी डोज दवा लेने से हुआ होगा या फिर दूषित पानी की वजह से।

आगे की कार्रवाई

केंद्र और राज्य स्तर की एजेंसियां फिलहाल जांच में जुटी हैं। स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि रिपोर्ट आने के बाद ही बच्चों की मौत के वास्तविक कारणों का पता चल सकेगा।


Similar News