भजनलाल सरकार का फैसला प्रदेश हित में नहीं, जिलों को खत्म करने के बाद अग्रेजी विद्यालय की समीक्षा के लिए कमेटी बनाना दुर्भाग्यपूर्ण : जाड़ावत
चित्तौड़गढ़ | राजस्थान सरकार के पूर्व राज्यमंत्री सुरेंद्रसिंह जाड़ावत ने कहा की राजस्थान की भजनलाल सरकार ने पूर्ववर्ती अशोक गहलोत सरकार के समय बनाए गए 9 जिलो एवं 3 संभागों को खत्म कर दिए वो फैसला किसी भी प्रकार से उचित नहीं था अब राज्य सरकार ने अंग्रेजी विद्यालय की समीक्षा के लिए एक कमेटी का गठन कर दिया जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है क्योंकि वर्तमान समय में कम फीस में विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण अंग्रेजी शिक्षा प्राप्त हो रही है।
सरकार के इस निर्णय को लेकर अब आमजन में भी रोष उबलने लगा है, जिले बनने से तमाम लोगों के रोजी रोजगार के साधन तो बढ़ते ही, रोजमर्रा के तमाम काम के अलावा विकास कार्यों को भी बल मिलता किंतु पर्ची सरकार कुछ नया विकास का कार्य नही कर पा रही है पुर्व सरकार के जनहित के फैसले रद्द कर सुर्खियों में बना रहना चाहती है समीक्षा कमेटी बनाकर अंग्रेजी विद्यालय को खत्म करना चाहती है जबकि नई सरकार को अंग्रेजी विद्यालय को और बेहतर बनाने के लिए प्रयास करने चाहिए।
उन्होंने कहा नई सरकार कुछ काम नहीं कर पा रही है और जनकल्याण के काम रोक रही है पेंशन धारियों को समय पर पेंशन नही मिल पा रही है पहले 6 माह में पेंशन मिली अब 2 महिने से पेंशन धारियों को परेशानी का समाना करना पड़ रहा है उन्होंने आर जी एच एस में पंजीकृत लोगो की तकलीफ को बढ़ा दिया है अब 80-90 साल के वृद्ध व्यक्तियों को भी पंजीकरण के लिए उपस्थित होना अनिवार्य होगा जो असंवेदनशीलता भरा फैसला है अंग्रेजी विद्यालय को खत्म किया जाता है तो यह विद्यार्थियों पर कुठाराघात होगा।