मेवाड़ का शौर्य-पराक्रम देश-विदेश के लिए प्रेरणास्रोत - सीएम भजनलाल

Update: 2024-09-19 10:27 GMT

चित्तौड़गढ़ (राजेश जोशी)।  मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि वृक्ष हमारे जीवन का मूल हैं। एक व्यक्ति के पेड़ लगाने से आने वाली कई पीढ़ियों को वृ़क्षों द्वारा प्राणवायु मिलती है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्द्धन के लिए कृतसंकल्पित होकर कार्य कर रही है। हमने ‘हरियालो राजस्थान’ के अंतर्गत प्रदेशभर में 7 करोड़ से अधिक पेड़ लगाए हैं और एक दिन में दो करोड़ पेड़ लगाकर कीर्तिमान स्थापित किया है। पांच साल में 50 करोड़ से अधिक पौधे लगाने का हमने लक्ष्य भी निर्धारित किया है।

शर्मा गुरूवार को चित्तौड़गढ़ के नरबदिया स्थित अनगढ़ बावजी परिसर में ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के अंतर्गत आयोजित वृक्षारोपण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रकृति की सेवा और मां के प्रति सम्मान के लिए शुरू किए गए अभियान के अंतर्गत आमजन एक पेड़ लगाने का संकल्प लें। उन्होंने कहा कि मोदी सामाजिक सरोकारों के प्रेरणापुंज हैं। उनके द्वारा चलाए गए स्वच्छ भारत अभियान, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ जन जागरूकता के प्रमुख वाहक बन गए हैं।

अमराभगत की धूणी में किए दर्शन—

मुख्यमंत्री शर्मा ने अनगढ़ बावजी तपोस्थली पहुंचने पर संत शिरोमणि श्री श्री 1008 श्री अमरा भगत की धूणी पर घी की आहूति दी एवं प्रदेश की सुख-समृद्धि की कामना की। उन्होंने सभास्थल पर ही मंत्रोच्चार के साथ पीपल का वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण में जनसहभागिता बढ़ाने का संदेश दिया। इस अवसर पर 1008 जोड़ों ने भी विधि विधान के साथ पूजा कर वृक्षारोपण किया।

हमारी सरकार दिन-रात जनता की सेवा में तत्पर—

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे मंत्रिगण प्रदेशभर का दौरा कर, सचिवालय में बैठक और जनसुनवाई कर दिन-रात जनता की सेवा कर रहे हैं। हमने संकल्प पत्र में किए वादों एवं परिवर्तित बजट 2024-25 की घोषणाओं को अविलम्ब धरातल पर उतारा है। हाल ही में 10 हजार करोड़ रूपए से ज्यादा की परियोजनाओं एवं कार्यक्रमों का शुभारंभ, शिलान्यास एवं लोकार्पण हर क्षेत्र और हर वर्ग के विकास के प्रति हमारे दृढ़संकल्प को दर्शाते हैं।

सभी विधानसभा क्षेत्रों का हो रहा विकास—

शर्मा ने कहा कि हमारी सरकार प्रदेश की 200 विधानसभाओं की करीब 8 करोड़ जनता के विकास एवं कल्याण के लिए कृतसंकल्पित होकर कार्य कर रही है। प्रदेश की हर पंचायत एवं गांव में विकास कार्य स्वीकृत कर उनकी क्रियान्विति सुनिश्चित की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने अधिकारियों को प्रत्येक विधानसभा की प्रोफाइलिंग करने के निर्देश दिए हैं, जिससे एक कार्ययोजना के अंतर्गत वर्षाजनित समस्याओं का समयबद्ध रूप से निस्तारण एवं विकास कार्यों की रूपरेखा सुनिश्चित की जा सकेगी।

2027 तक किसानों को मिलेगी दिन में भी बिजली—

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में बिजली तंत्र को सुदृढ़ करने के लिए राज्य सरकार ठोस कार्य योजना पर काम कर रही है और वर्ष 2027 तक किसानों को दिन के समय में भी बिजली उपलब्ध हो सकेगी। साथ ही, उद्योग एवं घरेलू उपभोक्ताओं को भी पर्याप्त बिजली मिल सकेगी। उन्होंने कहा कि उद्योग, पर्यटन, कृषि सहित विभिन्न क्षेत्रों के विकास के लिए पानी की आवश्यकता होती है। इसको ध्यान में रखते हुए हमारी सरकार ईआरसीपी, देवास परियोजना, इंदिरा गांधी नहर एवं यमुना जल समझौता जैसे अहम कदमों से राज्य में जलापूर्ति सुनिश्चित करने के लिए गतिशील है।

गोपालक लें 1 लाख रुपए तक ब्याजमुक्त ऋण सुविधा का लाभ

शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार ने गोपाल क्रेडिट कार्ड योजना के माध्यम से गोपालकों के लिए एक लाख रुपये तक ब्याजमुक्त ऋण की सुविधा प्रदान की है। इसके तहत गोपालक गाय-भैंस खरीद सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार अनगढ़ बावजी परिसर में स्थित गौशाला को वित्तीय सहायता प्रदान करेगी। साथ ही, उन्होंने भादसोड़ा उप तहसील को तहसील बनाने एवं अनगढ़ बावजी स्थित विद्यालय के क्रमोन्नयन करने की मांग पर सकारात्मक विचार करने का आश्वासन भी दिया।

मेवाड़ है शक्ति और भक्ति की भूमि—

मुख्यमंत्री ने चितौड़गढ़ के गौरवशाली इतिहास का स्मरण करते हुए यहां के शौर्य एवं पराक्रम को नमन किया। उन्होंने कहा कि मेवाड़ शक्ति और भक्ति की भूमि है। वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप, भक्त शिरोमणि मीरा बाई, पन्नाधाय की स्वामीभक्ति और भामाशाह जैसे दानवीरों की यह भूमि हमारे लिए प्रेरणा स्त्रोत है।

चित्तौड़गढ़ को दी बजट में अनेक सौगातें—

श्री शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार ने चित्तौड़गढ़ के लिए बजट में कई घोषणाएं की हैं, जिनकी त्वरित क्रियान्विति सुनिश्चित की जा रही है। उन्होंने कहा कि 3 हजार 530 करोड़ रुपये की लागत से जाखम बांध आधारित वृहद पेयजल परियोजना को चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़, राजसमंद और उदयपुर से जोड़ा जाएगा। साथ ही, माही बेसिन के अतिरिक्त पानी को फीडर नहर के माध्यम से जयसमंद बांध में लाकर चित्तौडगढ़ के बांधों को भरवाएंगे। उन्होंने बताया कि 65 करोड़ की लागत से मातृकुंडिया डेम से डिंडोली डेम फीडर निर्माण, चित्तौडगढ़ के दुर्ग पर रोप-वे के लिए डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) एवं राजकीय संग्रहालय चित्तौड़गढ़ का उन्नयन कार्य भी किया जा रहा है। शर्मा ने कहा कि भैंसरोड़गढ़ सेंक्च्युरी को कूनो नेशनल पार्क से जोड़ते हुए चीतों के विचरण के लिए कॉरिडोर एवं सफारी के लिए मध्यप्रदेश के साथ एमओयू करते हुए फीजिबिलिटी स्टडी करवाई जा रही है। इस संबंध में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव से चर्चा भी कर ली गई है।

इस अवसर पर पशुपालन एवं डेयरी मंत्री जोराराम कुमावत, राजस्व मंत्री हेमन्त मीणा, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत, सहकारिता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गौतम कुमार दक, राजस्थान धरोहर प्राधिकरण अध्यक्ष ओंकार सिंह लखावत, सांसद सी.पी. जोशी, विधायक श्रीचंद कृपलानी, अर्जुनलाल जीनगर सहित जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में आमजन मौजूद रहे।

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