गंगरार पंचायत में सफाई व्यवस्था की पोल खुली, मंत्री दिलावर ने दिए कड़े निर्देश

चित्तौड़गढ़, । पंचायती राज एवं शिक्षा मंत्री मदन दिलावर शुक्रवार को चित्तौड़गढ़ जिले के दौरे पर थे, जहां उन्होंने गंगरार पंचायत समिति का औचक निरीक्षण कर सफाई व्यवस्था की पोल खोल दी। निरीक्षण के दौरान जगह-जगह गंदगी, जाम नालियां और कचरे के ढेर देख मंत्री ने गहरी नाराजगी जताई और मौके पर मौजूद अधिकारियों को फटकार लगाई।
मंत्री दिलावर ने ग्राम पंचायत कार्यालय, सार्वजनिक शौचालय और गलियों की दशा का जायजा लिया। निरीक्षण में सामने आया कि नालियों की सफाई नियमित नहीं होती और कई जगहों पर महीनों से काम रुका पड़ा है। स्थानीय निवासी कन्हैयालाल ने शिकायत की कि उनके घर के आगे एक साल से पत्थरों का ढेर लगा है जिससे रास्ता भी बंद है।
कड़े एक्शन, जिम्मेदार निलंबित
मंत्री ने तत्काल प्रभाव से सरपंच रेखा देवी, सहायक विकास अधिकारी धर्मेंद्र सिंह और प्रभारी हंसराज को निलंबित करने के निर्देश दिए। साथ ही सफाई कार्य का ठेका संभाल रही मातेश्वरी फर्म को ब्लैक लिस्ट कर उसके सभी भुगतान रोकने और वसूली के आदेश दिए। विकास अधिकारी दुर्गा लाल को सख्त चेतावनी दी गई कि कार्यशैली नहीं सुधारी तो कार्रवाई होगी।
सफाई कर्मियों का शोषण उजागर
निरीक्षण के दौरान दो महिला सफाई कर्मियों ने मंत्री से वेतनवृद्धि की मांग की और बताया कि उन्हें मात्र 2000 रुपये प्रति माह वेतन मिलता है। इस पर मंत्री ने नाराजगी जताते हुए कहा कि बीएसआर के अनुसार सफाई कर्मियों को 297 रुपये प्रतिदिन का भुगतान तय है। ओवरटाइम या अवकाश पर कार्य लेने पर अतिरिक्त भुगतान भी अनिवार्य है। ठेका फर्म पर शोषण का आरोप साबित होने पर ब्लैक लिस्ट की कार्रवाई करने की चेतावनी दी गई।
सोनियाना ग्राम पंचायत में भी कार्रवाई
सोनियाना ग्राम पंचायत में भी गड़बड़ियों की पुष्टि होने पर सरपंच लक्ष्मी देवी गुजार, ग्राम विकास अधिकारी रामकरण माली और संबंधित ठेका फर्म को ब्लैक लिस्ट कर भुगतान रोकने के आदेश जारी किए गए।
कड़ी चेतावनी, सुधार नहीं तो होगी कार्रवाई
मंत्री ने कहा कि यदि गंगरार जैसा पंचायत समिति मुख्यालय ही सफाई व्यवस्था में फेल है, तो अन्य जगहों की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को चेतावनी दी कि जनता की सेवा में कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।