चित्तौड़ की वीर धरा पर स्वदेशी महोत्सव में होगा घूमर, हजारों मातृशक्ति की सहभागिता
चित्तौड़गढ़ |चित्तौड़गढ़ की वीर धरा पर आगामी स्वदेशी महोत्सव के अंतर्गत 26 दिसंबर को आयोजित होने वाला भव्य घूमर नृत्य कार्यक्रम ऐतिहासिक बनने जा रहा है। इस आयोजन में हजारों की संख्या में मातृशक्ति पारंपरिक वेशभूषा में भाग लेकर राजस्थान की समृद्ध लोकसंस्कृति और स्वदेशी परंपराओं का भव्य प्रदर्शन करेगी। आयोजन की तैयारियों को लेकर सांसद कार्यालय पर महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। भाजपा जिला मीडिया प्रभारी मनोज पारीक ने बताया कि बैठक को संबोधित करते हुए सांसद सी पी जोशी ने कहा कि स्वदेशी केवल एक विचार नहीं, बल्कि हमारी जीवनशैली, संस्कृति और आत्मनिर्भर भारत की मजबूत नींव है। उन्होंने कहा कि घूमर जैसे पारंपरिक लोकनृत्य हमारी सांस्कृतिक विरासत के प्रतीक हैं, जिन्हें संरक्षण और प्रोत्साहन देना समय की आवश्यकता है। स्वदेशी महोत्सव के माध्यम से स्थानीय कला, संस्कृति और परंपराओं को नई पहचान मिलेगी।जिलाध्यक्ष रतन लाल गाडरी ने कहा कि यह आयोजन चित्तौड़गढ़ के सांस्कृतिक गौरव को राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करेगा। स्वदेशी भावनाओं से ओतप्रोत यह महोत्सव हमारी परंपराओं को जन-जन तक पहुँचाने का सशक्त माध्यम बनेगा। लोकसभा प्रभारी श्रवण सिंह राव ने तैयारियों को लेकर विस्तृत चर्चा करते हुए कहा कि आयोजन को भव्य और ऐतिहासिक बनाने के लिए सभी व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की जा रही हैं। उन्होंने सभी महिला प्रतिनिधियों और मातृशक्ति से अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर इस स्वदेशी सांस्कृतिक महोत्सव को सफल बनाने का आह्वान किया। जिला महामंत्री रघु शर्मा एवं हर्षवर्धन सिंह रूद ने संबोधित करते हुए कहा कि 26 दिसंबर को चित्तौड़गढ़ की धरती पर स्वदेशी चेतना, लोकसंस्कृति और मातृशक्ति के अद्भुत संगम के साथ यह भव्य घूमर नृत्य आयोजन इतिहास रचने के लिए तैयार है। इस अवसर पर प्रधान देवेंद्र कंवर, लीला अगाल,परिधि भटनागर,संजु लड्ढा, इंद्रा सुखवाल, सिम्पल वैष्णव, मंजु पितलिया, उषा राधड़, विदुषी बिल्लू, उर्मिला चुण्डावत, भगवती आचार्य, भावना माहेश्वरी, तारा मालीवाल, किरण गोस्वामी, राधा काबरा, राशि मूंदड़ा, डायमण्ड दिवा ग्रुप आदि उपस्थित रहे।