चित्तौड़गढ़ श्री परशुराम भागवत सेवा समिति के तत्वाधान में दिनांक 24 दिसम्बर से शुक्रताल उतरप्रदेश में आयोजित हो रही श्रीमद् भागवत कथा भव्य कलश यात्रा के साथ बैंड बाजो के साथ गंगा तट से कलश यात्रा प्रारंभ की गई जो विभिन्न मार्गो से होते हुए वट वृक्ष सुखदेव जी के स्थल होते हुए अखंड धाम आश्रम में पहुंची कलश यात्रा में महिलाएं चुनरी पहने हुए पुरुष सफेद वस्त्रों में चल रहे थे कलश यात्रा का जगह-जगह स्वागत किया गया वट वृक्ष के नीचे अखंड धाम आश्रम में कथा के प्रथम दिवस में कथा व्यास पंडित जनार्दन मौड़ ने बताया कि प्रभु के चरणों में यदि भक्त सच्ची निष्ठा और पूर्ण विशवास भाव रखें तो प्रभु भक्त दर्शन अवश्य देते हैं भक्त की भावना सच्ची होनी चाहिए जिस तरह धंधुकरी ने सच्ची भावना से श्रीमद् भागवत कथा श्रवण करी और प्रभु के धाम को गया इस तरह से हर वक्त को अपनी सच्ची निष्ठा प्रभु के चरणों में रखनी चाहिए भागवत सेवा समिति के संरक्षक हरिओम मोड, केशुराम मेनारिया, एसके मोड ,सोहनलाल मेनारिया,बलदेव मोड ,रविंद्र श्रीवास्तव, गोविंद नागदा ,आदि भक्तगण भागवत कथा में उपस्थित थे कथा का समय प्रातः 9: बजे से प्रारंभ होगी