चित्तौडगढ । सिखों के नोवे गुरू गुरू तेग बहादुर जिन्होने दिल्ली के चांदनी चौक में धर्म परिवर्तन के खिलाफ और कश्मीरी पण्डितों को मुगलों से मुक्त कराने के लिए खुद को व अपने काफी अनुयायियों को शहीद करवाया। इनका शहीदी दिवस 25 नवम्बर 2025 में पूरे विश्व में बडी श्रद्वा के साथ मनाया जावेगा। इसी उपलक्ष्य मे आसाम से एक भव्य नगर कीर्तन आरम्भ हुआ है जो कि नवम्बर में आनन्दपुर साहेब पंजाब मे जाकर समाप्त होगा। दिनांक 17 अक्टूबर 2025 को यह भव्य नगर कीर्तन बुन्दी मार्ग से चित्तौडगढ मे दोपहर लगभग 1 बजे प्रवेश करेगा। इस धार्मिक अनुष्ठान मे शहर के सभी धर्मप्रेमी से अपील की नगर कीर्तन मे आकर धर्मलाभ लेवे।
जानकारी देते हुए गुरूद्वारा सिंह सभा के अध्यक्ष हरमित सिंह ने बताया कि यह नगर 17 अक्टूबर को नगर कीर्तन बून्दी मार्ग से चित्तौडगढ मे प्रवेश करके गाडियों द्वारा अप्सरा चौराहा, रोडवेज बसस्टेण्ड होते हुए कलेक्टेªट सर्कल, फ्लाई ओवर से होटल कीर्ति प्लाजा, गुरू गोबिन्द सिंह सर्कल (फव्वारा चौक) होते हुए प्रतापनगर स्थित सिक्ख गुरूद्वारे मे आयेगा। प्रतापनगर गुरूद्वारे मे कुछ देर आराम के बाद रिठोला होते हुए उदयपुर प्रस्थान करेगा।