चित्तौड़गढ़। कलेक्ट्रेट चौराहे पर आज विद्या संबल सहायक आचार्य संघ, चित्तौड़गढ़ की ओर से एक सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया गया। जानकारी देते हुए पप्पू लाल कुमावत ने बताया कि धरना और ज्ञापन के माध्यम से विद्या संबल योजना के तहत प्रदेश के राजकीय महाविद्यालयों में लेक्चरर्स की नई भर्ती रोकने तथा वर्तमान में कार्यरत सहायक आचार्यों को नियमित करने की मांग उठाई गई। इस संबंध में राज्यपाल के नाम अतिरिक्त जिला कलेक्टर रामचंद्र खटीक को ज्ञापन सौंपा गया।
संघ के प्रभारी डॉ. गोपाल सालवी और सह प्रभारी कुसुम टेपण ने ज्ञापन में उल्लेख किया कि वर्ष 2021-22 से राज सेस योजना अंतर्गत स्थापित नवीन महाविद्यालयों में अध्यापन हेतु विद्या संबल योजना के तहत गेस्ट फैकल्टी के रूप में सहायक आचार्यों की नियुक्ति की गई थी। अब सरकार इनके स्थान पर संविदा शिक्षक नियुक्त करने की प्रक्रिया अपना रही है, जबकि 2021 से 2025 तक सभी नियुक्तियां यूजीसी के मानकों के अनुसार जिला स्तरीय ड्रेक समिति के माध्यम से की गई हैं।
ज्ञापन में यह भी बताया गया कि दिल्ली, चंडीगढ़, हरियाणा और गुजरात जैसे राज्यों में अतिथि शिक्षकों को रोजगार गारंटी और सेवा सुरक्षा प्रदान की जा रही है। इसी आधार पर राजस्थान में भी सहायक आचार्यों को नियमित करने की मांग की गई। संघ ने चेतावनी दी कि यदि मांगों पर शीघ्र निर्णय नहीं लिया गया तो प्रदेश के हर जिले सहित राज्य स्तर पर बड़े पैमाने पर आंदोलन किया जाएगा।
धरना प्रदर्शन में डॉ. विनोद श्रीमाली, माधव लाल अहीर, नरेंद्र कुमार खटीक, पप्पू लाल कुमावत, डॉ. सोहनलाल अहीर, प्रेम शंकर किराड़, डॉ. पूजा जांगिड़, डॉ. पूर्वा दशोरा, डॉ. कुसुम टेपन, खेमराज, निर्मल बंबोरिया, डॉ. शेरा बानू, डॉ. आमिर खान, कन्हैया लाल समित्तरा, डॉ. संतोष कुमार धाकड़, भूरालाल वैष्णव, मोहम्मद नुसरत अली, प्रेमचंद सुखवाल सहित अनेक सदस्य मौजूद रहे।