निंबाहेड़ा। केंद्र सरकार द्वारा सुप्रीम कोर्ट में गलत तथ्य पेश कर अरावली खनन को बढ़ावा देने के विरोध में मंगलवार को निंबाहेड़ा से चित्तौड़गढ़ तक 35 किलोमीटर लंबी “अरावली बचाओ पदयात्रा” निकाली गई। पदयात्रा का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण के प्रति जनजागरूकता बढ़ाना और अरावली पर्वतमाला को बचाने के लिए सरकार का ध्यान आकर्षित करना था।
इसमें युवा कांग्रेस, एनएसयूआई के कार्यकर्ता, कांग्रेस नेता और आमजन शामिल हुए। कार्यकर्ताओं ने शांतिपूर्ण तरीके से जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन रखा और अरावली संरक्षण की मांग की। पदयात्रा में “अरावली बचाओ” और “कांग्रेस पार्टी जिंदाबाद” जैसे नारों के माध्यम से जनजागरूकता फैलाने का प्रयास किया गया।