शनि अमावस्या पर सांवलिया सेठ मंदिर में उमड़ा आस्था का सैलाब, 4 लाख श्रद्धालुओं ने किए दर्शन
चित्तौड़गढ़: राजस्थान के प्रसिद्ध कृष्णधाम सांवलिया सेठ मंदिर में शनि अमावस्या के पावन अवसर पर भक्तों का हुजूम उमड़ पड़ा। करीब 4 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने भगवान सांवलिया सेठ के दर्शन किए। शनिवार तड़के 4 बजे से शुरू हुआ भक्तों का आगमन देर रात तक जारी रहा, जिसके चलते मंदिर परिसर में करीब 1 किलोमीटर लंबी कतार देखी गई।
स्वर्ण पोशाक से सुशोभित हुए सांवलिया सेठ, जयकारों से गूंजा मंदिर
इस खास अवसर पर श्री सांवलिया सेठ को स्वर्ण पोशाक धारण करवाई गई, जिसने मंदिर की शोभा को और बढ़ा दिया। सांवलिया सेठ के जयकारों से पूरा माहौल भक्तिमय हो गया। राजस्थान के विभिन्न जिलों के साथ-साथ मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, और गुजरात से आए श्रद्धालुओं ने दर्शन कर पुण्य अर्जित किया। कई भक्त अमावस्या से एक दिन पहले ही मंदिर पहुंच गए थे, जिससे पूरे दिन दर्शन के लिए लंबी कतारें लगी रहीं।
पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था, भंडार गिनती का दूसरा चरण सोमवार को
मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा के लिए कड़े इंतजाम किए। मंदिर परिसर में सुरक्षा प्रभारी गुलाब सिंह राजपूत के नेतृत्व में पुख्ता व्यवस्था सुनिश्चित की गई। भंडार से प्राप्त राशि की गिनती में मंदिर बोर्ड के सदस्य किशनलाल अहीर, पवन तिवारी, हरिराम गाडरी, रामलाल गुर्जर, भादसोड़ा नायब तहसीलदार शिव शंकर पारीक, लेखाधिकारी राजेंद्र सिंह, संस्थापन प्रभारी लेहरी लाल गाडरी, भैरूगिरी गोस्वामी, कालूलाल तेली, दीपक तिवारी, रमेश मेघवाल, जितेंद्र त्रिपाठी सहित मंदिर और बैंक कर्मचारी शामिल रहे। भंडार की गिनती का दूसरा चरण सोमवार को होगा।
आस्था का केंद्र बना सांवलिया सेठ मंदिर
शनि अमावस्या पर सांवलिया सेठ मंदिर भक्ति और आस्था का केंद्र बना रहा। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ ने मंदिर की महत्ता को और उजागर किया। मंदिर प्रशासन ने सभी व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से संचालित कर भक्तों को दर्शन का सुखद अनुभव प्रदान किया।1.3s