राजस्थान में नहीं उठेगा कचरा… इन मांगों को लेकर आज से प्रदेशभर में हड़ताल पर सफाईकर्मी
जयपुर । प्रदेशभर में सफाई व्यवस्था आज से चरमरा सकती है। दरअसल प्रदेश के सफाई कर्मचारियों ने हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है। कई शहरों में हड़ताल की शुरुआत भी हो चुकी है, जिससे शहर में कचरा नहीं उठा। सफाई कर्मचारी चाहते हैं कि 24 हजार 797 पदों पर होने वाली भर्ती मस्टररोल के आधार पर हो। सफाई कर्मचारी की बहाली में वाल्मिकी समाज को प्राथमिकता दी जाए। हालांकि सरकार ने यह भर्ती मस्टररोल के आधार पर नहीं कराने का फैसला लिया था।
संयुक्त वाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ के अध्यक्ष नंदकिशोर डंडोरिया ने बताया कि सफाई कर्मचारी भर्ती समझौते के तहत मस्टररोल के आधार पर ही कराई जानी चाहिए। जब तक ऐसा नहीं होगा तब तक हमारा विरोध जारी रहने वाला है। यह समझौता 23 जनवरी 2024 को सरकार के साथ हुआ था। संघ ने कहा कि जब तक समझौते के मुताबिक भर्ती नहीं होगी तब तक प्रदेश की राजधानी जयपुर में कचरा नहीं उठाया जाएगा। संघ ने भर्ती प्रक्रिया के दौरान पूर्व से काम कर रहे सफाईकर्मियों को बोनस अंक देकर वरीयता दिए जाने की भी मांग रखी है।
डंडोरिया का कहना है कि सरकार अब लॉटरी के आधार पर भर्ती करने जा रही है, जबकि समझौते के अनुसार जिन अभ्यर्थियों ने नगरीय निकायों में काम किया है और जिन अभ्यर्थियों का कोर्ट में केस विचाराधीन है, उन्हें प्राथमिकता देने को लेकर समझौता हुआ था, लेकिन अब इसे टाला जा रहा है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक मांगे नहीं मानी जाएंगी, संपूर्ण राजस्थान में कार्य का बहिष्कार किया जाएगा। डंडोरिया ने कहा कि लॉटरी के आधार पर भर्ती करना वाल्मीकि समाज के हित में नहीं है। उन्होंने उच्च न्यायालय में भी सरकार की ओर से उचित पैरवी नहीं करने का आरोप लगाया है।