एसीबी की बड़ी कार्रवाई, 7 साल पुराने रिश्वत के मामले में आरएएस अधिकारी को किया गिरफ्तार

Update: 2024-07-16 06:16 GMT

जयपुर । भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने सोमवार को बड़ी कार्रवााई करते हुए सात साल पुराने रिश्वत के एक मामले में राजस्थान प्रशासनिक सेवा (आरएएस) अधिकारी आकाश रंजन को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में कोर्ट ने उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर रखा था। मिली जानकारी के अनुसार, रंजन ने वर्ष 2017 में जमीन के मामले में रिश्वत मांगी थी। उस वक्त वह तहसीलदार के पद पर तैनात थे। वर्तमान में वह राजधानी जयपुर में देवस्थान विभाग में अतिरिक्त आयुक्त के पद पर तैनात हैं। परिवादी चंदर सिंह ने साल 2017 में अलवर एसीबी चौकी को दी शिकायत में कहा था कि आरएएस अधिकारी जमीन के मामले में उनसे रिश्वत मांग रहा है।

परिवादी सिंह ने अपनी शिकायत में कहा था कि उसके पिता ने जमीन खरीदी थी। जमीन के वसियतनामा के आधार पर मेरे बेटे और भाईयों के बेटे के नाम निर्णय करने के लिए रंजन ने रिश्वत मांगी थी। उस वक्त रंजन तिजारा में तहसीलदार पद पर तैनात थे। शिकायत में कहा गया था कि रंजन और उसके कार्यालय के सहायक अधीक्षक ने 8 हजार रुपए रिश्वत के रूप में मांगे ।

ब्यूरो ने शिकायत का सत्यापन करवाया। शिकायत सही पाई गई। इसके बाद एसीबी (ACB) ने 20 जुलाई 2017 को ट्रैप की कार्रवाई करते हुए आरोपी दलाल मानसिंह की जेज से 8000 रुपए की राशि बरामद की गई। वहीं, रंजन के खिलाफ भी रिश्वत मांगने के आरोप प्रमाणित हुए। एसीबी ने उन्हें भी पकडऩे के लिए ट्रैप कार्रवाई की, लेकिन पकड़े जने से पहले ही वह फरार हो गया।

2022 में जारी की चार्जशीट एसीबी ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए फरवरी, 2022 में चार्जशीट दाखिल की, जबकि रंजन के खिलाफ नोटिस जारी किए गए, जिसके बावजूद वह कोर्ट में पेश नहीं हुए। इसके बाद ही कोर्ट ने उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया। वारंट पर कार्रवाई करते हुए एसीबी ने अब 15 जुलाई, 2024 को रंजन को गिरफ्तार किया। उन्हें अलवर एसीबी कोर्ट में पेश किया जाएगा।

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