24 पशु चिकित्सालय, बहुद्देशीय पशु चिकित्सालय में क्रमोन्नत

Update: 2024-12-02 11:28 GMT

जयपुर । वित्तीय वर्ष 2024-25 की बजट घोषणा की अनुपालना में राज्य सरकार ने एक आदेश जारी कर 24 प्रथम श्रेणी पशु चिकित्सालयों को बहुद्देशीय पशु चिकित्सालय में क्रमोन्नत किए जाने की प्रशासनिक और वित्तीय स्वीकृति प्रदान कर दी है।

पशुपालन एवं गोपालन मंत्री जोराराम कुमावत ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी के संवेदनशील मार्गदर्शन तथा मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के कुशल नेतृत्व में प्रदेश सरकार का लक्ष्य पशुपालकों का आर्थिक उन्नयन और पशुओं का कल्याण सुनिश्चित करना है। पशु चिकित्सा सेवा पशुओं के कल्याण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इसीलिए राज्य सरकार प्रदेश में पशु चिकित्सा सेवाओं के विस्तार के लिए सतत प्रयासरत है। इसी के तहत बजट घोषणा की अनुपालना में महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए 24 प्रथम श्रेणी के पशु चिकित्सालयों के क्रमोन्नयन के आदेश जारी किए गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पशु चिकित्सा के ढांचे को सुदृढ़ करने में सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी।

कुमावत ने बताया कि इन बहुद्देशीय पशुचिकित्सालयों में शल्य चिकित्सा, गायनेकोलॉजी और मेडिसिन के विशेषज्ञ चिकित्सक एक ही छत के नीचे पशुपालकों को उपलब्ध हो सकेंगे। साथ ही विभिन्न प्रकार की जांच जैसे एक्स रे, सोनोग्राफी, अन्य जांच सुविधाएं तथा शल्य क्रिया जैसी सुविधाएं भी इन चिकित्सालयों पर मिलेंगी। इसके लिए पशुपालकों को इधर-उधर नहीं जाना पड़ेगा और वे एक छत के नीचे ही अपने पशुओं को बेहतर चिकित्सा सेवा उपलब्ध करा सकेंगे। साथ ही विभागीय योजनाओं का त्वरित लाभ मिलने में भी सुविधा हो सकेगी। इससे पशुपालकों के समय और श्रम की बचत तो होगी ही साथ ही आर्थिक रूप से भी उन्हें लाभ होगा। उन्होंने यह जानकारी देते हुए बताया कि जयपुर के 5, पाली के 4, बाड़मेर के 3, अजमेर और जालोर के 2-2 और दौसा, चित्तौड़, नागौर, कुचामनसिटी, करौली ,सिरोही, टोंक, तथा राजसमंद के 1-1 प्रथम श्रेणी के पशु चिकित्सालयों को बहुद्देशीय चिकित्सालयों में क्रमोन्नत किया गया है। इससे इन क्षेत्रों में पशु चिकित्सा का ढांचा सुदृढ़ होगा।

उन्होंने बताया कि इसके साथ ही इन सभी बहुद्देशीय पशु चिकित्सालयों में नवीन पदों के सृजन की स्वीकृति भी जारी की गई है। सभी क्रमोन्नत 24 प्रथम श्रेणी के पशु चिकित्सालयों के लिए आवश्यक उपकरण एवं फर्नीचर हेतु तत्काल एक - एक लाख रुपये भी स्वीकृत किए गए हैं। श्री कुमावत ने बताया कि पिछले दिनों ही सरकार ने निर्णय लेते हुए 19 पशु चिकित्सालयों को प्रथम श्रेणी चिकित्सालयों में तथा 98 पशु चिकित्सा उप केंद्रों को पशु चिकित्सालयों में क्रमोन्नत किया था।

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