गांधी और एसएन पुरोहित को मिला ‘’कलम के यौद्धा’’सम्मान
जयपुर । विकल्प नाट्य संगठन के स्वर्ण जयंती उत्सव के अवसर पर रविवार को यहाँ पिंक कैफे में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त सारंगी वादक पद्म उस्ताद मोइनुद्दीन खान ने कहा कि जो समाज कला और
संस्कृति को जीवंत बनाए रखता है उसका सदैव सम्मान होता है और स्वर्ण अक्षरों में उसका इतिहास लिखा जाता है। कलाकार इसके संवाहक हैं जो संस्कृति को अक्षुण्ण बनाए रखते हैं।कलाकार ही देश और दुनिया में अपनी संस्कृति के सच्चे ध्वजवाहक की भूमिका निभाते हैं। इतिहास साक्षी है कि जो देश और समाज अपनी समृद्ध संस्कृति को संरक्षित नहीं रख पाते वे अपना गौरव खो देते हैं।बी उस्ताद मोईनुद्दीन खान विकल्प की पचास वर्ष की रंगयात्रा पर कलाकारों और कलमकारों को सम्मानित कर रहे थे। उन्होने संरक्षक मुकुन्द देव अग्रवाल को ‘’विकल्प रत्न’’,अध्यक्ष मोहनलाल गोयल को ‘’विकल्प विभूषण’’, संस्थापक सदस्य राजेश रेड्डी और हरिनारायण को ‘’विकल्प भूषण‘’ तथा रंगकर्म और लेखन से जुड़े वरिष्ठ लेखकों एस.एन.पुरोहित, फारूक आफ़रीदी, प्रेमचंद गांधी और सुशील गुप्ता को ‘’कलम के योद्धा’’ सम्मान से नवाजा । उन्होने संगठन के 38 रंगकर्मी सदस्यों को भी ‘’विकल्प गौरव’’ सम्मान दिया गया। कार्यक्रम का संचालन गौरव शर्मा ने किया। इस मौके पर प्रतिभावन युवा सारंगी वादक साबिर खान ने मांड में केसरिया बलम आओ नी पधारो महरे देश के साथ मेहदी हसन की मशहूर ‘’ग़ज़ल चुपके चुपके रात दिन’’, नीरज गोस्वामी, मनोज आडवाणी, भानुकुमार राव ने अपनी ग़ज़ल तथा शालू सागर ने राजस्थानी गीत सुनाकर सभी को सम्मोहित
कर दिया। प्रारम्भ में अध्यक्ष एमएल गोयल, संरक्षक मुकुन्द देव अग्रवाल और महासचिव बीड़ी कृपलानी ने सभी आगंतुकों स्वागत एवं संयोजक फारूक आफरीदी ने आभार व्यक्त किया।