ज्ञानदेव आहूजा BJP से निलंबित, तीन दिन में मांगा नोटिस का जवाब

Update: 2025-04-08 07:07 GMT
ज्ञानदेव आहूजा BJP से निलंबित, तीन दिन में मांगा नोटिस का जवाब
  • whatsapp icon

जयपुर। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली पर विवादित टिप्पणी करना पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा को भारी पड़ गया। भाजपा ने आहूजा को प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया है। साथ ही पार्टी ने उनसे जवाब भी तलब किया है। पार्टी के प्रदेश महामंत्री और सांसद दामोदर अग्रवाल ने आहूजा को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। उनसे तीन दिन के भीतर स्पष्टीकरण मांगा गया है। तय समय पर जवाब नहीं देने पर पार्टी उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करेगी।

यह पूरा मामला रामनवमी के दिन अलवर की एक आवासीय सोसायटी में बने राम मंदिर में आयोजित प्राण-प्रतिष्ठा समारोह से जुड़ा है। इस कार्यक्रम में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली भी शामिल हुए थे। कार्यक्रम के बाद भाजपा नेता ज्ञानदेव आहूजा ने कथित तौर पर मंदिर में गंगाजल छिड़ककर उसे ‘पवित्र’ करने की बात कही थी। बाद में उन्होंने स्वयं मंदिर में जाकर गंगाजल छिड़का, जिसे लेकर विवाद गहरा गया।

इस बयान के बाद कई सामाजिक संगठनों और कांग्रेस नेताओं ने आहूजा की कड़ी आलोचना की। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत समेत अन्य नेताओं ने इसे दलित समाज के प्रति भाजपा की संकीर्ण सोच बताया। विरोध बढ़ता देख भाजपा ने स्थिति को स्पष्ट किया। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा कि पार्टी का आहूजा के बयान से कोई संबंध नहीं है और भाजपा ऐसी मानसिकता का समर्थन नहीं करती।

इस पूरे घटनाक्रम ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। आहूजा के खिलाफ प्रदेशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहे है। उनके घर पर कालिख पोतने जैसी घटनाएं भी हुई है।

Similar News