जल जीवन मिशन घोटाला : एसीबी की एसआईटी ने 5 आरोपियों को किया गिरफ्तार

Update: 2025-12-17 11:06 GMT

जयपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) द्वारा गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) ने जल जीवन मिशन से जुड़े एक मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए बुधवार को 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई एसीबी मुख्यालय के निर्देश पर की गई। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में महेश कुमार मित्तल (प्रोपराइटर, गणपति ट्यूबेल), हेमंत मित्तल उर्फ गोलू (पुत्र महेश कुमार मित्तल), उमेश कुमार शर्मा (मैनेजर/लायजनिंग ऑफिसर, श्याम ट्यूबेल), गोपाल कुमावत (तत्कालीन लेखाधिकारी, पीएचईडी) एवं पीयूष जैन (प्रोपराइटर, श्याम ट्यूबेल) शामिल हैं। यह कार्रवाई मुकदमा संख्या 215/23 के तहत की गई है। जांच में सामने आया कि श्याम ट्यूबेल एवं गणपति ट्यूबेल फर्मों ने पीएचईडी विभाग के अधिकारियों—मायालाल सैनी (अधिशासी अभियंता, खंड बहरोड़), राकेश चौहान (सहायक अभियंता) एवं प्रदीप कुमार (कनिष्ठ अभियंता, उपखंड नीमराना)—से मिलीभगत कर जल जीवन मिशन के अंतर्गत निविदा संख्या 15/21-22 एवं 33/21-22 प्राप्त की।

आरोप है कि कार्य में अनियमितता एवं घटिया निर्माण कर मनमाने ढंग से मेजरमेंट बुक भरते हुए राजकोष से करोड़ों रुपये का भुगतान प्राप्त किया गया। एसीबी द्वारा रिकॉर्ड की गई टेलीफोनिक बातचीत में आरोपियों की आपसी मिलीभगत के पुख्ता साक्ष्य मिले हैं। जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपियों ने विभागीय अधिकारियों को रिश्वत देकर अनुचित लाभ अर्जित किया।

एसीबी महानिदेशक पुलिस गोविंद गुप्ता ने बताया कि जल जीवन मिशन से जुड़े सभी मामलों की त्वरित जांच एवं अभियोजन के लिए पुलिस अधीक्षक महावीर सिंह राणावत की अध्यक्षता में एसआईटी का गठन किया गया है। एसआईटी द्वारा कॉल ट्रांस्क्रिप्ट, एफएसएल से प्राप्त तकनीकी साक्ष्यों का गहन विश्लेषण किया गया।

उन्होंने बताया कि एसीबी द्वारा पूर्व में भी इस मामले में 6 आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई कर न्यायालय में चालान पेश किया जा चुका है। शेष आरोपी फरार थे, जिन्हें अब गिरफ्तार कर लिया गया है। जांच में यह भी सामने आया कि आरोपियों द्वारा लगभग 2 लाख 20 हजार रुपये की रिश्वत राशि का लेन-देन किया गया था।

आरोपियों की गिरफ्तारी 17 दिसंबर को उप महानिरीक्षक पुलिस डॉ. रामेश्वर सिंह तथा पुलिस अधीक्षक महावीर सिंह राणावत के सुपरविजन में जयपुर नगर-प्रथम के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भूपेंद्र एवं टीम द्वारा जयपुर के विभिन्न क्षेत्रों से की गई।

एसीबी की अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस श्रीमती स्मिता श्रीवास्तव के सुपरविजन में आरोपियों से पूछताछ एवं आगे की कार्रवाई जारी है। मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत अग्रिम अनुसंधान किया जा रहा है।

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