अब राजस्थान बनेगा औद्योगिक हब, इकोनॉमी बूस्टअप के लिए सरकार ने बनाया ये धांसू प्लान

Update: 2024-09-12 06:53 GMT

 जयपुर । राजस्थान को औद्योगिक हब बनाने और इकोनॉमी बूस्टअप के लिए भजनलाल सरकार

सरकार आईएएस को दिए गए इस काम को उनकी परफॉर्मेंस या प्रोत्साहन से जोड़ने पर भी विचार कर रही है। ऐसा होता है तो बेहतर परिणाम देने वाले संबंधित आईएएस को किसी न किसी रूप में प्रोत्साहित किया जाएगा। गुजरात में जब ‘वाइब्रेंट गुजरात’ की शुरुआत की गई थी, तब वहां भी इसी से जुड़ी प्रक्रिया अपनाई गई थी।अगले चार साल तक उन्हीं आईएएस को जिम्मा सौंपने जा रही है, जिन पर ‘राइजिंग राजस्थान’ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट के लिए देश-विदेश से निवेशकों को लाने की जिम्मेदारी दी गई है। इनमें 34 आईएएस शामिल हैं।

बताया जा रहा है कि ये अफसर आवंटित देश और राज्यों के छोटे-बड़े निवेशकों से लगातार संपर्क में रहेंगे। जरूरत पड़ी तो मीटिंग के लिए विदेश भी जाएंगे। इन्हें अगले चार साल में कम से कम 3 से 4 बड़े निवेशकों को राजस्थान लाने की प्लानिंग पर काम करना होगा। पहली बार है जब कोई सरकार इस स्तर पर प्लानिंग कर रही है।

यूएई, यूके, यूएसए, जर्मनी, दक्षिण अफ्रीका, रूस, फ्रांस, बेल्जियम, ब्राजील, ऑस्ट्रेलिया, नीदरलैंड, स्विट्जरलैंड, कतर, स्पेन, इटली, फिनलैंड, सउदी अरब, इजराइल, डेनमार्क, जापान, हांगकांग, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर देशों से संपर्क में रहेंगे ।

इन आईएएस पर जिम्मेदारी

सिद्धार्थ सिहाग, रोहित गुप्ता, अजिताभ शर्मा, आरती डोगरा, रवि कुमार सुरपुर, दिनेश कुमार, प्रकाश राजपुरोहित, आशुतोष ए.टी. पेडणेकर, नकाते शिवप्रसाद, रवि जैन, कृष्णकुणाल, संदेश नायक, जोगाराम, राजन विशाल, कृष्णकांत पाठक, अर्चना सिंह, नवीन जैन, टी. रविकांत, आरूषि मलिक, आनंदी, राजेश कुमार यादव, वैभव गालरिया, गायत्री राठौड़, नगिक्य गोहेन, आलोक, अरविंद पोसवाल, कमर-उल-जमान, मोहम्मद जुनैद, सौम्या झा, देबाशीष, वी. सरवन कुमार, पी.रमेश, श्रेया गुहा।

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