जयपुर। जयपुर शहरवासियों के लिए सार्वजनिक परिवहन के क्षेत्र में एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है. राजधानी जयपुर को जनवरी माह में 150 नई पीएम ई-बसें मिलने जा रही हैं. ये सभी बसें जयपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड (JCTSL) के बेड़े में शामिल होंगी, जिससे शहर की यातायात व्यवस्था को न सिर्फ मजबूती मिलेगी बल्कि पर्यावरण के लिहाज से भी यह एक बड़ा कदम साबित होगा.
जानकारी के अनुसार, पहले चरण में 75 इलेक्ट्रिक बसों का संचालन बगराना डिपो से किया जाएगा. बगराना डिपो में इन बसों के लिए जरूरी विद्युत कनेक्शन और चार्जिंग स्टेशन का काम पूरा कर लिया गया है. ऐसे में जनवरी माह से यहां से बसों का संचालन शुरू होने की पूरी संभावना है. इन बसों के शुरू होने से शहर के कई प्रमुख रूट्स पर यात्रियों को आधुनिक, आरामदायक और प्रदूषण मुक्त सफर का विकल्प मिलेगा. नई इलेक्ट्रिक बसों का संचालन जीसीसी (ग्रॉस कॉस्ट कॉन्ट्रैक्ट) मॉडल पर किया जाएगा. संभावना जताई जा रही है कि मार्च महीने से यह बसें पूरी तरह से जीसीसी मॉडल के तहत संचालित होंगी. इस मॉडल के तहत निजी ऑपरेटर बसों के संचालन और रखरखाव की जिम्मेदारी संभालेगा, जबकि किराया निर्धारण और रूट प्लानिंग जैसी जिम्मेदारियां JCTSL के पास रहेंगी. इससे बस संचालन की गुणवत्ता में सुधार होने की उम्मीद है.
दूसरे चरण में 75 इलेक्ट्रिक बसों का संचालन टोडी आगार से प्रस्तावित है. हालांकि टोडी आगार में अभी तक विद्युत कनेक्शन नहीं होने के कारण इन बसों के संचालन में कुछ देरी हो सकती है. जैसे ही वहां बिजली कनेक्शन और चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर का काम पूरा होगा, इन बसों को भी सड़कों पर उतार दिया जाएगा. अधिकारियों का कहना है कि इस दिशा में तेजी से काम किया जा रहा है. इन 150 पीएम ई-बसों के आने से जयपुर में सार्वजनिक परिवहन का नेटवर्क और मजबूत होगा. खासतौर पर बढ़ते ट्रैफिक और प्रदूषण की समस्या से निपटने में इलेक्ट्रिक बसें अहम भूमिका निभाएंगी. ई-बसों से जहां ईंधन की बचत होगी, वहीं कार्बन उत्सर्जन में भी उल्लेखनीय कमी आएगी.इसके साथ ही राज्य सरकार की ओर से इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को बढ़ावा देने के लिए और भी बड़े स्तर पर तैयारी की जा रही है. सरकार 500 नई इलेक्ट्रिक बसों की खरीद की योजना पर काम कर रही है, जिनमें से 50 बसें डबल डेकर होंगी. डबल डेकर बसों के आने से जयपुर जैसे व्यस्त शहर में अधिक यात्रियों को एक साथ सफर की सुविधा मिल सकेगी.