हीटवेव पर गंभीर सरकार: प्रभारी सचिव ने बैठक लेकर दिए दिशा-निर्देश

Update: 2024-05-28 16:07 GMT

राजसमंद (राव दिलीप सिंह) गोपालन, पशुपालन और मत्स्य विभाग के प्रमुख शासन सचिव तथा राजसमंद जिले के प्रभारी सचिव वरिष्ठ आईएएस विकास सीताराम भाले ने मंगलवार को जिला कलेक्ट्रेट सभागार में तीन घंटे अधिकारियों की बैठक लेकर समीक्षा की। वैसे तो उन्होंने सभी विभागों से संबंधित कार्यों की समीक्षा की, पर जिले में पेयजल, विद्युत और स्वास्थ्य व्यवस्थाओं पर उनका खासा जोर रहा। बैठक में जिला कलक्टर डॉ भंवर लाल, एसपी मनीष त्रिपाठी, उप वन संरक्षक सुदर्शन शर्मा, एडीएम नरेश बुनकर, जिला परिषद सीईओ हनुमान सिंह राठौड़, सभी उपखंड अधिकारी, सभी जिला स्तरीय अधिकारी आदि उपस्थित रहे।

प्रभारी सचिव विकास सीताराम भाले ने कहा कि पूरा राजस्थान हीट वेव से जूझ रहा है, कई जिलों में हीट वेव से लोगों की डेथ भी हुई है, ऐसे में इस समय खासी सावधानी बरतने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि प्रशासन से आमजन को बहुत उम्मीद होती है, हम सभी का काम केवल और केवल जन सेवा करना है, हर अधिकारी का दायित्व है कि वह मानव और बेजुबां पशुओं सभी का इस दौरान ध्यान रखे। उन्होंने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री और माननीय मुख्य सचिव पूरी गंभीरता के साथ मॉनिटरिंग कर रहे हैं और इस भीषण गर्मी के दौर में जन सामान्य की सुरक्षा को लेकर विस्तृत निर्देश दिए गए हैं।

उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन बैक बोन है, जितना मजबूती से आप काम करेंगे उतना अच्छा ग्राउंड पर रिजल्ट देखने को मिलेगा। लोगों को महसूस होना चाहिए कि प्रशासन उनके पास है, उनके साथ है। उन्होंने कहा कि इंसानों के साथ-साथ जानवरों की रक्षा पर भी सभी को जोर देना है।

पानी को लेकर कोई कोताही नहीं बरतें

जिला प्रभारी सचिव भाले ने पीएचईडी के अधीक्षण अभियंता शैतान सिंह से सभी उपखंडों में स्थित शहरी और ग्रामीण इलाकों में पेयजल सप्लाई की विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने पूछा कि कांकरोली नगर में पर्याप्त पानी उपलब्ध होने के बावजूद 24 घंटे के बजाय 48 घंटे के अंतराल में पानी क्यों दिया जा रहा है। इसके अलावा नाथद्वारा, आमेट, भीम सहित अन्य इलाकों में सप्लाई टाइमिंग की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जिन जगहों पर पानी के सोर्स ठीक स्थिति में हैं वहाँ समय पर पानी सप्लाई किया जाए। उन्होंने कहा कि जलदाय विभाग की टीमें फील्ड विजिट करते रहें और समस्या होने पर समाधान करें। इसके साथ ही उन्होंने जल जीवन मिशन एवं वृहद जल परियोजना की प्रगति की समीक्षा भी की।

निर्बाध विद्युत आपूर्ति करें

जिला प्रभारी सचिव भाले ने एवीवीएनएल एसई शर्मा से विद्युत सप्लाई एवं कटौती को लेकर बारीकी से पूछा। ग्रामीण एवं शहरी इलाकों में विद्युत सप्लाई की स्थिति एवं प्रमुख समस्याओं की जानकारी ली। एसई ने भी जिले में उपभोक्ताओं की संख्या, उपलब्ध सप्लाई, आवश्यक सप्लाई आदि की जानकारी दी। पेयजल संबंधित विद्युत कनेक्शनों पर भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आमजन को नियमानुसार निर्बाध विद्युत आपूर्ति मिलती रहें, कहीं फॉल्ट की सूचना मिले तो टीमें तुरंत प्रभाव से उसे ठीक करे।

अस्पतालों में मरीजों को गर्मी से राहत दें

बैठक में जिला प्रभारी सचिव भाले ने सीएमएचओ डॉ हेमंत बिंदल से स्वास्थ्य सेवाओं पर चर्चा करते हुए मौसमी बीमारियों की रोकथाम को लेकर चर्चा की। हीटवेव से पीड़ित मरीजों के उपचार हेतु की गई व्यवस्थाओं के बारे में पूछा। सीएमएचओ ने बताया कि जिला अस्पताल राजसमंद और नाथद्वारा में पृथक से हीट वेव पीड़ितों के लिए वार्ड बनाए गए हैं। इसके अलावा हर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में निश्चित संख्या में बेड हीट वेव पीड़ितों के लिए आरक्षित किए गए हैं। सीएमएचओ को जिला प्रभारी सचिव ने निर्देश दिए कि सभी अस्पतालों में सभी वार्डों में मरीजों को गर्मी से बचाने के लिए समुचित प्रबंध किए जाएँ।

ई फ़ाइल, संपर्क पोर्टल, अवैध खनन की समीक्षा

जिला प्रभारी सचिव भाले ने ई फ़ाइल पर लंबित फ़ाइलों की विभागवार समीक्षा कर की एवं पेंडिंग फ़ाइलों की संख्या देखी। जिन विभागों द्वारा समय पर फ़ाइलों का निस्तारण नहीं किया जा रहा था उन्हें तुरंत प्रभाव से फ़ाइलों का निस्तारण करने के निर्देश दिए, साथ ही समय पर निस्तारण करने वाले अधिकारियों को सराहा। संपर्क पोर्टल की समीक्षा करते हुए लंबित शिकायतों को देखा और सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि संपर्क पोर्टल पर दर्ज शिकायतों का त्वरित निस्तारण कर आमजन को सीधी राहत पहुंचाए। यह भी निर्देश दिए कि समस्याओं का गुणवत्ता पूर्ण समाधान किया जाए। अवैध खनन पर खान विभाग के अधिकारियों को अवैध खनन पर पूरी तरह गंभीर और मुस्तैद रहते हुए गंभीरता पूर्वक कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

गौशालाओं में गायों के चारा-पानी में न आए कोई कमी

जिला प्रभारी सचिव भाले ने पशुपालन विभाग के अधिकारियों से जिले में गौशालाओं की स्थिति को लेकर पूछा। संयुक्त निदेशक पशुपालन द्वारा बताया गया कि जिले में 28 गौशालाएं हैं जिनमें 25 क्रियाशील हैं एवं 3 अक्रियाशील हैं। गौशालाओं में चारे और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। जिला प्रभारी सचिव भाले ने पशुपालन विभाग से गौशालाओं व अन्य पशु पक्षियों के लिए पेयजल, दवाइयों की व्यवस्थाओं पर भी चर्चा की। संयुक्त निदेशक पशुपालन द्वारा बताया गया कि गौशालाओं में निरंतर सर्वे किया जा रहा है, गोवंश की संख्या के अनुपात में आवश्यक टैंकर्स की व्यवस्था भी की जा रही है। जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त औषधियों को खरीदा भी जा रहा है।

इन मामलों पर भी हुई चर्चा

भाले ने राजस्व विभाग से कन्वर्जन की स्थिति, निजी एवं राजकीय भूमि आवंटन, औद्योगिक भूमि आवंटन,रात्रि चौपाल, निरीक्षण, रात्री विश्राम, पुलिस संबंधित कार्रवाई, महिला अपराधों के विरुद्ध कार्रवाई, तालाबों में पेयजल की स्थिति, वाटरशेड द्वारा मानसून से पूर्व किए गए जल संरक्षण कार्य आदि को लेकर विस्तार से पूछा। अंत में उन्होंने कहा कि आशा है कि सभी अधिकारी दिए गए निर्देशों की पालना करेंगे और अपने सर्वोत्तम प्रयासों से राजकीय सेवाओं की डिलीवरी सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने बैठक का समापन करते हुए दोबारा से गर्मी को ध्यान में रखते हुए गंभीर रहने के निर्देश दिए।

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