सड़क पर मरम्मत के कार्य बीच में न छोड़ें और समय पर पूरा करें :कलक्टर
राजसमंद । जिला कलक्टर डॉ भंवर लाल ने बुधवार को जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक लेकर सड़क हादसों को रोकने के लिए हर संभव प्रयास करने के निर्देश दिए। बैठक में एडिशनल एसपी महेंद्र पारीक, जिला परिवहन अधिकारी डॉ कल्पना शर्मा, पीडब्ल्यूडी एसई अमर चंद बाकोलिया, एसएमई अनिल खमेसरा, एनएचएआई से जयनंदन प्रभारी श्रीनाथ टोलनाका, एनएचएआई के अन्य अधिकारी आदि उपस्थित रहे।
कलक्टर ने गत पाँच साल में जिले में विभिन्न स्थानों पर हुई सड़क दुर्घटनाओं की विस्तार से जानकारी लेकर समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जिले में कुछ स्पॉट ऐसे हैं जहां गत वर्षों में बार-बार सड़क दुर्घटनाएं हुई है, इन घटनाओं को रोकने के लिए अधिकारियों से अब तक क्या प्रयास किए। उन्होंने कहा कि जहां भी आवश्यक सुधार करने हों वहाँ सुधार करें ताकि सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सके। उन्होंने कहा कि सड़क मरम्मत या सुधार संबंधी कोई काम बीच में अधूरा न छोड़ें और त्वरित गति से पूरा करें जिससे जनता को परेशानी न हो। उन्होंने कहा कि हाइवे पर कहीं भी अतिक्रमण की शिकायतें न आए, अगर कहीं अतिक्रमण से कोई हादसा होता है तो संबंधित एईएन, जेईएन की जिम्मेदारी तय की जाएगी। कलक्टर ने बैठक में विभिन्न राजमार्गों पर जारी मरम्मत कार्यों की भी जानकारी ली। साथ ही आगामी वर्षा ऋतु को देखते हुए सड़कों पर गड्ढे होने पर तुरंत रिपेरींग कर आमजन को राहत प्रदान करने के निर्देश दिए।
कलक्टर ने राजमार्गों पर अवैध पार्किंग के कारण होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने के भी निर्देश दिए। इसके तहत अवैध पार्किंग करने वाले वाहनों पर जुर्माना लगाना, वाहन जब्त करना और राजमार्गों पर नियमित निगरानी की बात कही। कलक्टर ने सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ड्राइवरों का नियमित स्वास्थ्य परीक्षण और आंखों का परीक्षण कराने के निर्देश दिए। कलक्टर ने कहा कि स्कूल बसों और अन्य बाल वाहिनी वाहनों की नियमित चेकिंग की जाए ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि ये वाहन सुरक्षित और निर्धारित मानकों के अनुसार चल रहे हैं। इसमें वाहनों की फिटनेस, ड्राइवर के लाइसेंस, वाहनों में सुरक्षा उपकरणों की उपलब्धता आदि की जांच शामिल है। नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों के खिलाफ सख्त प्रवर्तन कार्यवाही की जाएगी।
कलक्टर ने जिले में अलग-अलग ब्लैक स्पॉट पर हुई दुर्घटना के कारणों की जांच करने और भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के उपाय करने को लेकर विस्तृत निर्देश दिए। इसमें सड़क के खतरनाक मोड़ों की पहचान, उचित संकेतक लगाना और मार्ग में सुधार कार्य के निर्देश दिए। साथ ही दुर्घटनाओं की त्वरित जानकारी और बचाव कार्यों को सुनिश्चित करने के लिए प्रभावी आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणाली विकसित करने की बात कही।
सड़क पर दुर्घटनाग्रस्त पशुओं के मामले में तत्काल सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए। कलक्टर ने कहा कि जिले में जितनी भी पशु एंबुलेंस है उनकी एक सूची तैयार कर भेजें ताकि ये सूची सभी पुलिस थानों तक भेजी जा सके और जरूरत पड़ने पर घायल पशु की तत्काल मदद की जा सके। उन्होंने सड़क सुरक्षा गतिविधियों को प्रभावी बनाने के लिए विभिन्न उपायों को लागू करने की आवश्यकता पर जोर दिया गया। इसमें सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान चलाना, जनता को यातायात नियमों के प्रति संवेदनशील बनाना और सुरक्षित ड्राइविंग के महत्व को समझाने के निर्देश दिए।