प्रिंसिपल कहता था कि तुम्हें बाकी लोगों के साथ भी सोना पड़ेगा, लड़की सप्लाई भी...'
जयपुर में स्थित महिला पॉलिटेक्निक कॉलेज (प्रतापनगर) में छात्राओं ने जमकर हंगामा किया। छात्राओं ने पूर्व प्रिंसिपल सैयद मश्कूर अली पर अभद्रता और देह शोषण के आरोप लगाए हैं। छात्राओं और स्टॉफ ने तीन फरवरी को इस संबंध में तकनीकी शिक्षा विभाग के सचिव को शिकायत की थी। इसके बाद सचिव द्वारा गठित की गई जांच कमेटी ने सैयद मश्कूर अली को दोषी पाया और उन्हें निलंबित कर दिया था। हालांकि, पूर्व प्रिंसिपल के विरोध के बाद जांच कमेटी को दोबारा कॉलेज भेजा गया था, जिस पर छात्राओं ने विरोध प्रदर्शन किया।
छात्राओं का कहना है कि सैयद मश्कूर अली की नियुक्ति 2023 में हुई थी और तब से वह लगातार छात्राओं के साथ अभद्रता कर रहे थे। छात्राओं का यह भी आरोप है कि यदि वे इस मामले को लेकर पुलिस या परिजनों को सूचित करतीं तो प्रिंसिपल द्वारा उन्हें आपत्तिजनक वीडियो वायरल करने की धमकी दी जाती थी। इसके कारण छात्राएं अब तक थाने में रिपोर्ट दर्ज नहीं करा पाई थीं।
लड़कियों ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, प्रिंसिपल कहता था कि तुम्हें बाकी लोगों के साथ भी सोना पड़ेगा। प्रिंसिपल कहता था कि उसके बड़े-बड़े लिंक हैं, वह लड़कियों की सप्लाई भी करता है। लड़कियों ने यह भी आरोप लगाया कि अगर उनकी बात नहीं मानेंगे तो वह लड़कियों को कॉलेज से निकाल देंगे।
विरोध की सूचना मिलने पर कुछ छात्राओं के परिजन कॉलेज पहुंचे थे। इसके बाद कॉलेज प्रशासन ने मेन गेट के चैन लगाकर ताला लगा दिया और गार्ड तैनात कर दिए। ताकि छात्राओं को किसी से बात न करने दी जाए। इससे गुस्साई छात्राएं मेन गेट पर लगे ताले और चैन को तोड़कर बाहर आ गईं। बाद में जांच करने आई कमेटी ने छात्राओं से बात की और उनकी शिकायतें सुनीं।
जांच और कार्रवाई की स्थिति
तीन फरवरी को छात्राओं और स्टॉफ ने तकनीकी शिक्षा विभाग को शिकायत दी थी, जिसके बाद विभागीय जांच कमेटी ने प्रिंसिपल को दोषी पाया और निलंबित कर दिया। इसके बावजूद छात्राओं और शिकायत करने वाले स्टॉफ का आरोप है कि प्रिंसिपल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं की गई और सभी शिकायतों का निवारण नहीं हुआ। छात्राओं और स्टॉफ ने महिला आयोग, मुख्यमंत्री और राजस्थान संपर्क पोर्टल पर भी इस मामले की शिकायत की थी। लेकिन वहां से भी उन्हें कोई ठोस कार्रवाई का जवाब नहीं मिला।
पुलिस में शिकायत
कालेज के कार्यवाहक प्रिंसिपल विनोद जांगिड़ का कहना है कि जांच करने आई कमेटी का छात्राओं ने विरोध किया, लेकिन बाद में पुलिस को बुलाकर छात्राओं की शिकायतें ली गईं। थानाधिकारी प्रताप नगर, मनोज बेरवाल ने बताया कि करीब 20 छात्राओं ने हस्ताक्षर करके रिपोर्ट दी है, जिसमें प्रिंसिपल सैयद मश्कूर अली पर दुराचार का आरोप लगाया गया है। मामले की जांच सब इंस्पेक्टर रेखा को सौंप दी गई है। इस घटना ने कॉलेज में घेराबंदी और आक्रोश का माहौल पैदा कर दिया है, और अब पुलिस इस मामले की गहरी जांच कर रही है।