करुणा संसार का वो हथियार है जिसके माध्यम से हम शांति की स्थापना कर सकते है : बालयोगी मुनि श्रुतधरनंदी

Update: 2024-10-05 09:26 GMT

उदयपुर। सितम्बर। गोवर्धन विलास हिरण मगरी सेक्टर 14 स्थित गमेर बाग धाम में श्री दिगम्बर जैन दशा नागदा समाज चेरिटेबल ट्रस्ट एवं सकल दिगम्बर जैन समाज के तत्वावधान में गणधराचार्य कुंथुसागर गुरुदेव के शिष्य बालयोगी युवा संत मुनि श्रुतधरनंदी महाराज, मुनि उत्कर्ष कीर्ति महाराज, क्षुल्लक सुप्रभात सागर महाराज के सान्निध्य में प्रतिदिन वर्षावास के आयोजन की धूम जारी है।

चातुर्मास समिति के महावीर देवड़ा, दिनेश वेलावत व कमलेश वेलावत एवं जैन युवा परिषद उदयपुर युवा परिषद के अध्यक्ष रविश मुण्डलिया ने बताया कि गमेर बाग धाम में बालयोगी युवासंत मुनि श्रुतधरनन्दी महाराज ससंघ के सानिध्य में 9 दिवसीय भव्य नवरात्रि पाश्र्व पद्मावती महामंडल विधान, पद्मावती माता की गोद भराई एवं गरबा महोत्सव के तहत शनिवार को विविध आयोजन हुए। उन्होने बताया कि पद्मावती माता की महाआरती उतारी गई जिसमें कई श्रावक-श्राविकाएं मौजूद रहे। उसके बाद चैत्यालय की प्रतिमा का पंचामृत अभिषेक, महाशांतिधारा एवं ध्वजा रोहण कार्यक्रम का आयोजन हुआ। दोपहर 2 बजे से पद्मावती माता की गोद भाराई का कार्यक्रम आयोजित हुआ। उसके बाद शाम को 7 बजे आनन्द यात्रा एवं आरती का आयोजन हुआ। उसके बाद सभी श्रावक-श्राविकाओं द्वारा गरबा खेला गया।

सकल दिगम्बर जैन समाज के अध्यक्ष शांतिलाल वेलावत, महामंत्री सुरेश पद्मावत व चातुर्मास समिति के विजयलाल वेलावत व हेमेन्द्र वेलावत ने संयुक्त रूप से बताया कि इस दौरान आयोजित धर्मसभा में बालयोगी युवा संत श्रुतधरनंदी महाराज ने कहा कि करुणा संसार का वो हथियार है जिसके माध्यम से हम शांति की स्थापना कर सकते है तथा उसके माध्यम से मन मे अच्छे संस्कारो का बीजारोपण कर सकते है। उन्होंने कहा कि करुणा का भाव यदि प्रत्येक मनुष्य के मन मे समा जाए तो विश्व में शांति का राज कायम हो जाएगा मनुष्य तो क्या जीव मात्र के मन में दया का भाव संचारित होता है आज आवश्यकता इस बात की है कि हम अपने धर्म के मर्मज्ञ को समझे जिसमे हिंसा का कोई स्थान नही है और भारत सनातन धर्म संस्कृति का पालन करने वाला विश्व का एक मात्र देश है और ऐसे में हमे इन महोत्सवों के माध्यम से वीतराग प्रभु के बताए गए मार्गो पर चलने का अनुसरण करना होगा तभी हम मनुष्य भव को सही मायनों में धर्म का पालन कर सकेंगे।

चातुर्मास समिति के महावीर देवड़ा, पुष्कर जैन भदावत, दिनेश वेलावत व कमलेश वेलावत ने बताया शनिवार को बालयोगी युवा संत मुनि श्रुतधरनंदी महाराज के सान्निध्य में श्रावक-श्राविकाओं ने गमेर बाग धाम में बिराजित मूलनायक भगवान की नित्य नियम पूजा-अर्चना की। उसके बाद पंचामृत अभिषेक एवं शांतिधारा की। वहीं कई श्रावक-श्राविकाओं ने मुनि संघ से आशीर्वाद लिया। चातुर्मास समिति के भंवरलाल गदावत ने बताया कि मुनिश्री का पाद प्रक्षालन, दीप प्रज्जवलन, धर्मसभा के पूर्व शंतिधारा, अभिषेक, शास्त्र भेंट, चित्र अनावरण एवं दीप प्रज्वलन जैसे मांगलिक आयोजन हुए। शाम को सभी श्रावक-श्राविकाओं ने मुनि संघ की आरती की।

इस अवसर पर अध्यक्ष शांतिलाल वेलावत, विजयलाल वेलावत, पुष्कर जैन भदावत, महावीर देवड़ा, दिनेश वेलावत, कमलेश वेलावत, भंवरलाल गदावत, सुरेश पद्मावत, देवेन्द्र छाप्या, ऋषभ कुमार जैन, भंवरलाल देवड़ा, मंजु गदावत, लक्ष्मी देवड़ा, सीता देवड़ा, जयश्री देवड़ा, अल्का भदावत, लक्ष्मी सिंघवी, सुशीला वेलावत, बसन्ती वेलावत, भारती वेलावत, शिल्पा वेलावत, अल्पा वेलावत सहित सकल जैन समाज के सैकड़ों श्रावक-श्राविकाएं मौजूद रहे।

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