सरकार की समस्त अकादमियों को राजस्थान के साहित्यिक आंदोलन में सहभागिता के निर्देश
उदयपुर। राजस्थान सरकार के कला, साहित्य, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग के शासन उप सचिव बृजमोहन नोगिया ने पत्र राजस्थान के साहित्यिक आंदोलन में सरकार की समस्त अकादमियों की सहभागिता सुनिश्चित करने के निर्देश जारी किये हैं।
शासन उपसचिव नोगिया ने पत्र में वरिष्ठ पत्रकार और साहित्यकार अनिल सक्सेना ‘ललकार‘ की र से प्रदेश के प्रत्येक जिले और उनकी पंचायतों में अनवरत चलाये जा रहे ‘राजस्थान के साहित्यिक आंदोलन‘ में विभाग की अधीनस्थ समस्त अकादमियों को सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया है।
यह है राजस्थान के साहित्यिक आंदोलन -
भारतीय साहित्य के विकास के लिए साहित्यिक गतिविधियों को संचालित करना और भारत की कला और संस्कृति को बढ़ावा देने, संरक्षित और प्रसारित करने जैसे उद्देश्यों से साल 2010 से प्रदेशभर में ‘राजस्थान का साहित्यिक आंदोलन‘ चल रहा है। वरिष्ठ पत्रकार और साहित्यकार अनिल सक्सेना राजस्थान प्रदेश के प्रत्येक जिले और उनकी पंचायतों तक जाकर सांस्कृतिक-साहित्यिक-पत्रकारिता विषय पर गोष्ठियां, व्याख्यान, परिचर्चा, सेमिनार, कार्यशाला, लेखक की बात, पुस्तक पर चर्चा, साहित्य उत्सव, पुस्तक मेला जैसे कार्यक्रम आयोजित कर रहे है। पिछले 14 सालों में राजस्थान का साहित्यिक आंदोलन प्रदेश के प्रत्येक जिले में जा चुका है और अब पंचायतों में जा रहा है।