मेवाड़ वागड़ की अर्थव्यवस्था को बदलने के लिए सांसद रावत ने ली कृषि एवं वानिकी वैज्ञानिकों की बैठक

By :  vijay
Update: 2025-01-08 14:04 GMT

उदयपुर, / सांसद डॉ. मन्नालाल रावत की अध्यक्षता में मेवाड़ एवं वागड़ की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मोदी के सपनों के अनुरूप विकसित भारत 2047 के लिए आवश्यक बदलाव लाने के लिए एवं किसानों की आय बढ़ाने के लिए स्थानीय जलवायु के अनुरूप समावेशी विकास हेतु आज कृषि वैज्ञानिकों एवं वन विशेषज्ञों की एक बड़ी बैठक जिला परिषद स्थित सांसद कार्यालय में आयोजित की गई। इस बैठक में अरावली पर्वत श्रृंखला की जलवायु के अनुकूल उद्यानिकी विकास, कृषि विकास, एकीकृत कृषि अवधारणा एवं वृहत् स्तर पर फल उत्पादन के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाओं एवं संभावित क्रियाविधि के बारे में चर्चा की गई। सांसद, उदयपुर के प्रस्ताव के अनुरूप आईसीएआर द्वारा मेवाड़ में सीताफल गुणवत्ता बढ़ाने के लिए टीसूकल्चर आधारिक स्वीकृत प्रोजेक्ट हेतु मान पीएम नरेंद्र भाई मोदी व कृषि मंत्रालय भारत सरकार का धन्यवाद किया।

बैठक में वन विभाग, महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर; काजरी जोधपुर एवं आफरी जोधपुर सहित उद्यानिकी, वन एवं कृषि कृषि वैज्ञानिक उपस्थित रहे।

बैठक में अब तक के शोध परियोजनाओं, इसराइल के राजस्थान में अनुप्रयोग व भारतीय कृषि अनुसंधान केंद्र जैसी संस्थाओं के संचालित परियोजना के अनुभव भी शेयर किए गए।

बैठक में सांसद डॉ रावत ने बताया कि संचालित परियोजनाओं में और प्रभावी कर एकीकृत करने के लिए भारत सरकार की धरती आबा जनजाति उन्नत ग्राम अभियान के साथ ही डीएमएफटी या सीएसआर फंड की दिशा निर्देशों को भी जोड़कर नवीन कार्य किया जा सकते हैं।

बैठक में आईसीएआर काजरी के प्रमुख डॉ. ए.के.शुक्ला, वरिष्ठ अधिकारी प्रो.आर.एल सोनी, डॉ. अमित त्रिवेदी, अनुराग भटनागर, डॉ.वीरेन्द्र सिंह, डॉ. सिद्धार्थ, डॉ.राजेश्वरी राणावत, डॉ. कैलाश शर्मा मुकेश सैनी आदि संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे.।

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