पारोली थाना क्षेत्र में गार्नेट का बड़ा खेल, जिमेदारो ने मूंदी आंखे!
पारोली। थाना क्षैत्र में इन दिनों माफियाओं के हौंसले बुलंद हैं।
अवैध खनन पर पुलिस, प्रशासन और माइनिंग विभाग के अधिकारी शिकंजा नहीं कस पा रहे हैं बदौलत
थाना क्षैत्र मे जमकर अवैध खनन हो रहा है तथा खनन माफियाओं के हौंसले बुलंद है।
बेखौफ माफिया लगातार प्रदेश सरकार के नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं।
*शमशान भूमि को नहीं बक्शा, माफियों ने खोद डाली जमीनें।*
इन दिनों पारोली सहित आसपास के इलाकों में गार्नेट माफिया एलएनटी मशीन व जेसीबी की सहायता से बजरी का अवैध खनन कर गार्नेट निकालने का कार्य जोर-शोर से चला रहे है। जिम्मेदार प्रशासन सबकुछ जानकर भी अनजान बना हुआ है। खनन माफियाओं का खुफिया तंत्र प्रशासन पर भारी पड़ रहा है।
खनन विभाग और पुलिस प्रशासन इनके आगे बैरंग ही लौट रहे हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि पारोली में शमशान भूमि के आसपास से भी गार्नेट हेतु बजरी का अवैध खनन कर खाल में गहरे खड्डे कर डाले।
जिससे बरसों पुराने खाल का प्राकृतिक सौंदर्य बिगड़ चुका है।
*माफियाओं को पहले ही लग जाती है खबर*
माफिया सोशल ग्रुप पर एक्टिव रहते हैं तथा अधिकारियों के फील्ड में पहुंचने से पहले ही इसकी भनक लग जाती है हर जगह वे सतर्क हो जाते है। ऐसी स्तिथि में अधिकारियों को खाली हाथ ही लौटना पड़ता है।
*सरकार चाहे कोई सी भी हो हमारी तो बल्ले बल्ले।*a
सरकार चाहे कोई सी भी हो कुछ गार्नेट माफिया का काम सिस्टम के बलबूते यथावत जारी है।
उधर ग्रामीण दबी जुबान से यह कहते हुए नजर आ रहे हैं कि कुछ खनन माफिया इन दोनों इतने सक्रिय हैं जो कांग्रेस सरकार में भी सक्रिय थे तथा अब भाजपा सरकार में भी बराबर सक्रिय भागीदारी निभाई हुए हैं जो इन दोनों खासी चर्चा का विषय बने हुए हैं।
क्षेत्र के पूरे थाना क्षेत्र में अवैध खनन का बोलबाला हैं। खनन माफियाओं के आगे खनन विभाग व प्रशासन कमजोर नजर आ रहा है। यह मामला पारोली थाना क्षेत्र का है, जो पुलिस विभाग व खनन विभाग की कार्य प्रणाली पर प्रश्न चिन्ह खड़े करता है।
ऐसा ही मामला शनिवार शाम को पारोली मे सामने आया है।
उच्च अधिकारियों को की गई शिकायत के बाद कोटडी पुलिस उपाधीक्षक प्रमोद शर्मा तथा थाना अधिकारी भंवरलाल मीणा मौके पर पहुंचे वहां गार्नेट और सेपरेटर के प्लांट लगे हुए थे।
मजेदार बात की सूचना के 4 घंटे बाद माइनिंग विभाग की टीम मौके पर पहुंची ।
ग्रामीणों ने बताया कि शिकायत पर अवैध गार्नेट पर कार्रवाई हेतु पारोली शिवसागर बांध की पहुंची जहां नाम मात्र की कार्रवाई की तो दूसरी तरफ गार्नेट माफिया पारोली के खाल मे एलएनटी और डंपर लगाकर धड़ल्ले से
गार्नेट निकाले वाली बजरी का स्टॉक जमा कर रहे हैं।
मामले की जानकारी
माइनिंग विभाग के अधिकारियों को होते हुए कार्रवाई नहीं हो पाने से अवैध खनन पर अंकुश के सरकार के सख्त आदेशों की खुले आम धज्जियां उड़ाई जा रही है ।
वही जिम्मेदार पदों पर बैठे अधिकारियों पर भी कार्रवाई नहीं हो पाने के मामले को लेकर ग्रामीण सांवलिया निशान लगा रहें हैं।
क्षेत्र में अवैध खनन के मामले में अब तक क्या कार्रवाई हुई मामले की जानकारी के लिए फोरमैन दिनेश यादव को कई बार बात करने हेतु कॉल की गई लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया है।
वहीं थाना अधिकारी भंवरलाल मीणा ने बताया कि शनिवार शाम को मौके पर पहुंचे माइनिंग विभाग के अधिकारियों ने 10 टन गार्नेट जप्ती सहित अन्य कार्रवाई की है।