पूर्वजों की याद में गुर्जर समाज ने भरी छांटः , पूरे गांव के किसानों ने बेलों की पूजा कर मनाई दीपावली

By :  prem kumar
Update: 2024-11-02 11:07 GMT

 शक्करगढ़ सांवरिया सालवी .

दीपावली पर गुर्जर समाज के लोग कुटुंब और गोत्र अनुसार छांट भरने की परंपरा निभाकर ही त्योहार की शुरुआत करते हैं। इस दिन सुबह नहा धोकर बिना भोजन खाये विभिन्न नदी, तालाब और अन्य जलाशयों में जाकर परंपरा का निर्वहन करते हैं। दीपावली पर हर साल निभाई जाने वाली छांट भरने की परंपरा का कांस्या ,उतरना , देवनगर , सहित गावो में उत्साह पूर्वक निर्वहन किया गया नदी , तालाब , एनीकट आदि जलाशयों में गुर्जर समाज के लोग अपने-अपने नजदीक के जलाशयों पर गए। जहां छोटे से लेकर बड़ों तक ने परंपरा के अनुसार छांट भरकर अपने पूर्वजों का तर्पण करते हुए उन्हे याद किया इस मौके पर उनकी पसंद की खीर, मिठाई आदि का भोग लगाया।

गुर्जर समाज के लोगों ने बताया कि कई पीढ़ियों से चली आ रही इस परंपरा का निर्वहन दीपावली के ही दिन किया जाता है। जिस गोत्र में जितने भी सदस्य हैं, चाहे वह नवजात बच्चा हो, उसे भी छांट भरने की रस्म में शामिल किया जाता है। यहां सभी एक बेल बना कर पूर्वजों को याद कर विधिपूर्वक भोग लगाकर उन्हें श्रद्धांजलि देते हैं। बड़ी संख्या में लोग जलाशयों पर गए और छांट भर कर पूर्वजों को याद किया। छांट भर कर पूर्वजों को श्रद्धांजलि दी। जलाशय में रहने जीवजंतुओं को भोग खिलाया जाता है और पूर्वजों को याद किया जाता हैं साथ ही क्षेत्र में धूमधाम से दीपावली का त्यौहार मनाया गया शक्करगढ़ कस्बे सहित क्षेत्र में थाना प्रभारी हेमराज मीना ने गश्त कर लोगो को दीपावली की शुभ कामनाएं दी शाम को कांस्या गांव में पूरे गांव के किसानों ने एक जगह पर एक साथ 11 बेलों की जोड़ी की पूजा अर्चना की

Similar News