कर्मचारियों को टोल प्लाजा से हटाने का विरोध:नाराज कार्मिकों ने नाके के बैरियर हटाए, फ्री निकले वाहन

Update: 2025-08-22 17:57 GMT

   

 शाहपुरा .नागौर-सतुर राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित कादिसहना टोल प्लाजा पर शुक्रवार को विवाद की स्थिति बन गई। नई टोल कलेक्शन कंपनी ने 6 वर्षों से कार्यरत 25 स्थानीय कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया।इस कार्रवाई से नाराज कर्मचारियों ने टोल नाके के बैरियर हटा दिए। इसके चलते करीब 25 मिनट तक वाहन बिना टोल के निकलते रहे। 

पूर्व कर्मचारियों लक्ष्मण माली, विकास जाट, सुरेश मीणा, कुलदीप सिंह, भंवर सिंह और रतनलाल धोबी ने बताया कि पिछले एक वर्ष से अनिल कुमार शुक्ला एंड कंपनी यहां काम कर रही थी।21 अगस्त को पुणे-नासिक की हुले कंस्ट्रक्शन कंपनी को तीन महीने का टेंडर मिला। नई कंपनी ने उसी दिन शाम 4 बजे तक कर्मचारियों से काम करवाया और फिर उन्हें अगले दिन से न आने को कह दिया। कंपनी प्रबंधन ने स्पष्ट कर दिया कि अब स्थानीय स्टाफ नहीं रखा जाएगा।

पुराने कर्मचारियों के अनुसार राष्ट्रीय राजमार्ग के नियमों के तहत टोल नाके पर कुल 109 कर्मचारियों में से 40% स्थानीय होने चाहिए। टोल मैनेजर ने शुक्रवार दोपहर 12 बजे तक जवाब देने का वादा किया, लेकिन 1:30 बजे तक कोई जवाब नहीं मिलने पर कर्मचारी उत्तेजित हो गए। इसके बाद प्रबंधन और स्थानीय कर्मचारियों के बीच करीब 3 घंटे तक विवाद चलता रहा।इस कार्रवाई से नाराज कर्मचारियों ने टोल नाके के बैरियर हटा दिए। इसके चलते करीब 25 मिनट तक वाहन बिना टोल के निकलते रहे।

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