पेरिस ,गर्व कीजिए हिंदुस्तान: हॉकी में 52 साल बाद लगातार दो ओलंपिक में पदक, स्पेन को हराकर भारत ने जीता कांस्य

By :  vijay
Update: 2024-08-08 14:50 GMT

 भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने लगातार दूसरा ब्रॉन्ज मेडल जीतकर ओलंपिक खेलों में इतिहास रच दिया है. इस मेडल के साथ भारत के मेडलों की संख्या 4 हो गई है. भारतीय हॉकी टीम ने 1972 के बाद पहली बार लगातार दूसरा ओलंपिक पदक जीत लिया है. भारत ने स्पेन को एक रोमांचक मुकाबले में 2-1 से हरा दिया. जीत के बाद अपना आखिरी मुकाबला खेल रहे स्टार गोलकीपर श्रीजेश जमीन पर लेट गए और जीत का जश्न मनाया. पूरी टीम की खुशी का ठिकाना नहीं रहा. भारत के लिए दोनों गोल कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने किए. उन्होंने 30वें और 33वें मिनट पर गोल दागा.

भारतीय पुरुष हॉकी टीम से पेरिस ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने की काफी उम्मीद थी, स्वर्ण तो नहीं आया, लेकिन भारतीय टीम कांस्य पदक को बरकरार रखने में कामयाब रही है। भारत ने टोक्यो 2020 में 41 साल का पदक का सूखा समाप्त किया था और मनप्रीत सिंह की अगुआई में कांस्य पदक जीता था। अब तीन साल बाद भारतीय टीम ने पेरिस ओलंपिक में भी कांस्य पदक जीता है। भारत ने कांस्य पदक के मुकाबले में स्पेन को 2-1 से हरा दिया। इससे पहले सेमीफाइनल में भारत को जर्मनी के हाथों 3-2 से हार का सामना करना पड़ा था। भारत ने 1980 में मॉस्को ओलंपिक के बाद से इन खेलों में अब तक स्वर्ण नहीं जीता है। ओलंपिक में जिस खेल में भारत को सबसे ज्यादा सफलता मिली है वो हॉकी ही है। भारत अब तक हॉकी में कुल 13 पदक जीत चुका है जिसमें आठ स्वर्ण, एक रजत और चार कांस्य पदक शामिल हैं।भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने 52 साल बाद लगातार दो ओलंपिक में पदक जीते हैं। इससे पहले 1968 और 1972 में ऐसा हुआ था।

  टोक्यो जैसा ही रहा पेरिस में सफर

भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने टोक्यो ओलंपिक 2020 में जर्मनी को 5-4 से हराकर कांस्य पदक अपने नाम किया था। भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने इस तरह ओलंपिक खेलों में 41 साल का पदक का सूखा समाप्त किया था। यह 1980 में मॉस्को ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने के बाद उसका पहला पोडियम फिनिश था। यह भारत का हॉकी में तीसरा कांस्य पदक भी था। इस बार पुरुष टीम की कोशिश पदक का रंग बदलने पर थी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। भारतीय टीम ने ग्रुप स्टेज से लेकर अब तक जैसा प्रदर्शन किया, वह सफर शानदार रहा है।

भारत को ग्रुप स्टेज में पूल बी में रखा गया था। भारतीय टीम अपने ग्रुप में पांच में से तीन मैच जीतकर दूसरे स्थान पर रहा था। इस दौरान एक मैच ड्रॉ रहा था और एक में टीम इंडिया को हार मिली थी। ग्रुप स्टेज में टीम इंडिया को एकमात्र हार बेल्जियम के खिलाफ मिली थी। साथ ही भारत ने ऑस्ट्रेलिया को भी हराया था। फिर क्वार्टर फाइनल में भारत ने ब्रिटेन को हराया था। हालांकि, सेमीफाइनल में भारतीय टीम को जर्मनी के हाथों हार मिली।

Similar News