भारत को मिला छठा पदक: पहलवान अमन सहरावत ने अपने डेब्यू ओलंपिक में जीता कांस्य,
पहलवान अमन सहरावत ने पुरुषों की 57 किग्रा भारवर्ग कुश्ती में कांस्य पदक जीत लिया है। उन्होंने पुअर्तो रिको के पहलवान डैरियन टोई क्रूज को 13-5 से हरा दिया। पहले राउंड में ही अमन 6-3 से आगे चल रहे थे। दूसरे राउंड अमन ने इस बढ़त को और आगे बढ़ाया और क्रूज को कोई मौका नहीं दिया। इस तरह अमन सहरावत ने जीत हासिल की।यह भारत का इस ओलंपिक में पांचवां कांस्य और कुल छठा पदक है। इस ओलंपिक में कुश्ती में भारत ने यह पहला पदक अपने नाम किया है।
ऐसे में आइए उनके सफर पर एक नजर डाल लेते हैं।
मुकाबला
सेमीफाइनल में अमन को मिली थी बड़ी हार
सेमीफाइनल मुकाबले में सहरावत जापान के रेई हिगुची से तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर हार गए थे। हिगुची ने मुकाबले के शुरुआत में ही अपनी चपलता से भारतीय पहलवान के खिलाफ दांव लगाया और 4 अंक बटोर लिए थे।
इसके बाद रियो ओलंपिक के रजत पदक विजेता हिगुची ने सहरावत को कोई मौका नहीं दिया और मुकाबला आसानी से 10-0 से जीत लिया।
भारतीय पहलवान इस पहलवान के आगे पहले राउंड में भी नहीं टिक पाए थे।
राउंड ऑफ-16
राउंड ऑफ-16 में किया था कमाल का प्रदर्शन
राउंड ऑफ-16 में 21 वर्षीय सहरावत ने तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर नॉर्थ मैसेडोनिया के व्लादिमीर एगोरोव को हराया था।
उनकी 10-0 की जोरदार जीत ने मैसेडोनिया के पहलवान को कोई मौका नहीं दिया था।
उन्होंने पहले राउंड के बाद 6-0 (2, 2, 1, 1) की बढ़त ले ली थी। इसके बाद दूसरे राउंड में भी उनका दबदबा देखने को मिला और उन्होंने 4 तकनीकी अंक (2, 2) लेकर मुकाबला अपने नाम किया।
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प्रदर्शन
क्वार्टर फाइनल में भी चमके थे सहरावत
सहरावत के खिलाफ क्वार्टर फाइनल मुकाबले की शुरुआत में अल्बानिया के जेलिमखान अबकारोव को पेसिविटी दी गई। अल्बानियाई पहलवान 30 सेकंड में स्कोर करने में विफल रहा, जिससे सहरावत को 1 अंक मिला।
इसके बाद सहरावत ने अपनी बढ़त को 3-0 कर दिया। दूसरे राउंड में भारतीय पहलवान ने अपने दाव से अल्बानियाई पहलवान को चौंका दिया।
तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर 12-0 से जीतने से पहले सहरावत ने उन्हें 3 बार पलट दिया।