ठंड से दो हफ्ते में छह बच्चों की मौत, WHO प्रतिनिधि बोले- अमेरिकी फंड के अभाव में मेडिकल मदद रुकी
इस्राइल हमास के बीच युद्ध विराम समझौते के चलते गाजा पट्टी में शांति तो कायम हो गई, लेकिन अब अमेरिका के कदम ने गाजा में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित कर दी हैं। फलस्तीन चिकित्सकों का कहना है कि गाजा पट्टी में पिछले दो सप्ताह में ठंड से छह शिशुओं की मौत चुकी है। उन्होंने कहा कि ट्रंप प्रशासन की ओर से विश्व स्वास्थ्य संगठन की फंडिंग रोक दी गई है। इसके चलते गाजा को चिकित्सा सहायता के लिए मिलने वाले 46 मिलियन वाली फंडिंग रुक गई है। फंड न मिल पाने के चलते लोगों को मिलने वाली चिकित्सा सहायता रोक दी गई है। फलस्तीन क्षेत्र के लिए डब्ल्यूएचओ के प्रतिनिधि डॉ. रिक पीपरकोर्न ने कहा कि फंडिंग रोके जाने से छह क्षेत्रों में धन की कमी हो गई है। इसमें ईएमटी संचालन, स्वास्थ्य सुविधाओं का पुनर्वास, भागीदार संगठनों के साथ समन्वय और चिकित्सा निकासी शामिल हैं।
ठंड के दिनों में तंबू में रहने को मजबूर हैं लोग
इस्राइल-हमास युद्ध विराम के बाद भी गाजा के हालात सुधरे नहीं हैं। यहां इन दिनों तापमान में बड़ी गिरावट हुई है। ठंड के दौरान यहां लाखों लोग गंदे तंबू शिविरों या बमबारी वाली इमारतों में रह रहे हैं। खान यूनिस के नासिर अस्पताल में बाल चिकित्सा विभाग के प्रमुख डॉ. अहमद अल-फराह ने बताया कि उन्हें मंगलवार को 2 महीने की बच्ची का शव मिला। दो अन्य शिशुओं का सर्दी का उपचार किया गया। इसमें से एक को छुट्टी दे दी गई। गाजा सिटी के पेशेंट्स फ्रेंड्स हॉस्पिटल के डॉ. सईद सालेह ने बताया कि पिछले दो सप्ताह में एक माह या उससे कम उम्र के पांच शिशुओं की ठंड से मौत हो गई है। गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के रिकार्ड विभाग के प्रमुख जहीर अल वहीदी ने बताया कि सर्दी में हाइपोथर्मिया से 15 मौतें दर्ज की गई हैं।
गाजा को मिलने वाली 46 मिलियन डॉलर की मदद रुकी
डब्ल्यूएचओ के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि ट्रंप प्रशासन ने विश्व स्वास्थ्य संगठन को दी जाने वाली फंडिंग रोक दी है। इसके चलते गाजा को मिलने वाली 46 मिलियन डॉलर की धनराशि रुक गई है।
डब्ल्यूएचओ के प्रतिनिधि डॉ. रिक पीपरकोर्न ने कहा कि हम अभी भी गतिविधियों के साथ पूरी गति से आगे बढ़ रहे हैं। डब्ल्यूएचओ के प्रवक्ता तारिक जसारेविक ने कहा कि उनके पास इस बारे में कोई आंकड़े नहीं हैं कि अमेरिकी फंडिंग में कटौती से विश्व भर में उसके संचालन पर क्या प्रभाव पड़ा है?
धर्म के सहारे हमास की कैद में काटे दिन
हमास की कैद से आजाद हुईं इस्राइली बंधक अगम बर्गर ने कहा कि यहूदी धर्म ने 16 महीने की कैद के दौरान उन्हें सहारा दिया। बर्गर को सात अक्तूबर 2023 को हमास ने पकड़ लिया था। बर्गर ने बताया कि उसे अन्य महिला बंदियों के साथ सुरंगों और अपार्टमेंट में रखा गया था। उसे दिन में दो बार भोजन दिया जाता था। उसे मीडिया तक कुछ पहुंच भी दी गई थी।
सशस्त्र बल ही कर सकते हैं लेबनान की रक्षा: पीएम
लेबनान के नए प्रधानमंत्री नवाफ सलाम ने कहा है कि युद्ध की स्थिति में केवल देश की सशस्त्र सेनाओं को ही रक्षा करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार का मानना है कि लेबनान को आक्रमण की स्थिति में खुद की रक्षा करने का अधिकार है और केवल राज्य को ही हथियार रखने का अधिकार है। सरकार इस्राइल द्वारा कब्जाई गई भूमि को मुक्त कराने के लिए केवल अपनी सेनाओं के माध्यम से कदम उठाएगी।