रेप के मामले में जिस आरोपित को छह साल से ढूंढ रही थी पुलिस, वो अपनी महिला मित्र के साथ यूपी में काट रहा था फरारी, पुलिस ने बीएलओ बनकर दबोचा

Update: 2025-12-01 07:47 GMT

 भीलवाड़ा बीएचएन। रेप के एक मामले में पुलिस जिस नरेश ओझा की छह साल से तलाश कर रही थी, वह अपना नाम बदलकर महिला मित्र के साथ नवाबगंज, यूपी में फरारी काटता मिला। पुलिस की टीम बीएलओ बनकर आरोपित को दबोचकर यहां ले आई। पकड़े गये आरोपित पर दस हजार रुपये का ईनाम भी घोषित था।

पुलिस का कहना है कि छह साल पहले कोतवाली थाने में हाउसिंग बोर्ड, गांधीनगर निवासी नरेश पुत्र गणपत ओझा के खिलाफ रेप का केस दर्ज हुआ था। इस मामले में नरेश फरार था, पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी। आरोपित के नहीं पकड़े जाने पर पुलिस अधीक्षक ने उसकी गिरफ्तारी पर 10 हजार रुपये का ईनाम घोषित किया था।

तलाश के दौरान मिली जानकारी के आधार पर विशेष टीम उत्तरप्रदेश के बरेली के नवाबगंज पहुंची। जहां बीएलओ बनकर आरोपित की तलाश शुरु की। इस दौरान पता चला कि आरोपित नरेश ओझा अपनी महिला मित्र के साथ नाम बदलकर राजेश शर्मा के नाम से फरारी काट रहा था। टीम ने दबिश देकर नरेश को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि आरोपी नरेश, चंदेरिया थाने में 15 साल तथा सुभाषनगर भीलवाड़ा में 5 साल से धोखाधड़ी के मामलों में भी फरार चल रहा था।

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