परिजनों को बोलती थी, ऐसी जगह मरुंगी कि मिलुंगी नहीं, आखिर हुआ भी वही, अब पहाड़ी पर मिली एक माह पुरानी लाश

By :  prem kumar
Update: 2024-06-16 14:15 GMT

 भीलवाड़ा बीएचएन। एक माह दस दिन पहले घर से लापता हुई महिला की लाश रविवार को सीता कुंड के जंगल में पहाड़ी पर पेड़ से लटकी मिली। महिला की दीमागी हालत ठीक नहीं थी। पुलिस ने पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया।

मांडलगढ़ थाने के सहायक उप निरीक्षक गोपाल लाल ने बताया कि सीता कुंड के जंगल में पहाड़ी पर बकरियां चराने गये चरवाहों ने पेड़ पर रस्से से लटकी लाश देखी। लाश एक माह से पुरानी होकर सूख चुकी थी। चरवाहों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने छानबीन की तो पता चला कि बिजौलियां थाने के माल का खेड़ा गांव की खानी 50 पत्नी मदन बलाई एक माह दस दिन पहले घर से लापता हो गई थी, जिसकी दीमागी हालत ठीक नहीं थी। महिला की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। लापता महिला की गुमशुदगी भी बिजौलिय़ां थाने में दर्ज है। इस पर प़ुलिस ने परिजनों को सूचना दी। कैलाश बलाई सहित अन्य परिजन मौके पर पहुंचे, जिन्होंने कपड़ों के आधार पर मृतका की पहचान लापता खानी के रूप में की। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया।

जो कहती थी, वही हुआ...

जंगल में पहाड़ी पर लटकी मिली खानी बलाई की दीमागी हालत ठीक नहीं थी। वह, जिंदा रहने के दौरान अक्सर अपने परिजनों से यही कहती रहती थी कि मैं, मरुंगी तो ऐसी मरुंगी कि मिलूंगी नहीं। आखिरकार हुआ भी ऐसा ही। बिजौलियां थाने माल का खेड़ा में रहने वाली यह महिला, घर से निकली और मांडलगढ़ थाना सर्किल में सीता कुंड के जंगल में पहुंच गई, जहां उसने फांसी लगाकर जान दे दी। उसकी लाश भी एक महीने दस दिन बाद मिली। 

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